हिमाचल प्रदेश सराकर का यह आदेश तब आया है जब भारी बारिश से राज्य के कई जिलों में भयानक भूस्खलन और बादल फटने की घटनाएं देखी जा रही हैं। इसके कारण मरने वालों की संख्या 75 हो गई हैं।