सिर्फ़ बंबई स्टॉक एक्सचेंज में मोदी सरकार के 100 दिन में शेयरधारकों को 14 लाख करोड़ रुपए का नुक़सान हुआ है। इससे साफ़ है कि अर्थव्यवस्था बेहद बुरे हाल में है।
2019 के लोकसभा चुनाव में आर्थिक बदहाली कोई मुद्दा नहीं था, लोगों ने बहुमतवाद और राष्ट्रवाद पर वोट किया। पर क्या मोदी अर्थव्यवस्था की उपेक्षा कर सकते हैं?