साउथ अफ़्रीका की क्रिकेट टीम में अभी भी क्विंटन डि कॉक जैसे खिलाड़ी हैं जो अपनी गोरी चमड़ी की वजह से ख़ुद को श्रेष्ठ समझते हैं। यह भारत में होने वाली सामाजिक असमानता की ही तरह है।