तमिलनाडु की सत्ता में बैठी एआईएडीएमके का मुक़ाबला कर रही डीएमके ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में लोक लुभावन वादों की बौछार कर दी है। इसमें सबसे बड़ा वादा स्थानीय लोगों को राज्य के उद्योगों में 75 फ़ीसदी रोज़गार देने के लिए क़ानून बनाने का है। हाल ही में हरियाणा की खट्टर सरकार ने ऐसा क़ानून बना दिया है। तमिलनाडु की 234 सीटों पर एक चरण में 6 अप्रैल को मतदान होगा और 2 मई को नतीजे आएंगे।
डीएमके ने खेला ‘हिंदू कार्ड’, स्थानीय लोगों को 75% नौकरी का भी वादा
- तमिलनाडु
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- 13 Mar, 2021

तमिलनाडु की सत्ता में बैठी एआईएडीएमके का मुक़ाबला कर रही डीएमके ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में लोक लुभावन वादों की बौछार कर दी है।

बंगाल में जिस तरह हिंदुओं को लुभाने की राजनीति चल रही है, उसका असर डीमएके के घोषणा पत्र में भी दिखा है। डीएमके ने वादा किया है कि सत्ता में आने पर उसकी सरकार राज्य के बड़े हिंदू मंदिरों में जाने वाले 1 लाख श्रद्धालुओं में से प्रत्येक को 25 हज़ार रुपये की वित्तीय सहायता देगी। इसके अलावा हिंदू मंदिरों की मरम्मत और उनके सुधार के लिए 1000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।


























