ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) की पूर्व प्रमुख वी. के. शशिकला ने राजनीति छोड़ने का एलान करते हुए कहा है कि वे कभी भी सत्ता या ऊँचे पद के पीछे नहीं भागीं। वे इस साल जनवरी में ही जेल से रिहा हुई थीं और इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को प्रभावित करने की स्थिति में थीं। लेकिन इस बीच उन्होंने राजनीति से संन्यास लेने का एलान कर सबको चौंका दिया है।
तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता के नज़दीक रहीं शशिकला ने बुधवार शाम कहा, ''मैं तमिलनाडु में एआईएडीएमके की सरकार बनना सुनिश्चित करने के लिए राजनीति छोड़ रही हूँ। मैं पार्टी की जीत के लिए भगवान और मेरी बहन (जयललिता) से प्रार्थना करूंगी।''
कार्यकर्ताओं से की अपील
शशिकला भ्रष्टाचार के आरोपों में जेल में थीं। इस साल जनवरी में रिहा हुई थीं। उन्होंने रिहा होते ही मुख्यमंत्री ई. के. पलानीस्वामी और उप-मुख्यमंत्री पन्नीरसेल्वम के ख़िलाफ़ मुक़दमे दायर कर दिए थे। इन मामलों की सुनवाई 15 मार्च से शुरू होने वाली है।
शशिकला ने जयललिता की मृत्यु के बाद दिसंबर, 2016, में पार्टी में उनकी जगह ले ली थी। लेकिन उसके बाद उन्हें भ्रष्टाचार के एक मामले में चार साल की सज़ा सुनाई गई। लेकिन जेल जाने से पहले उन्होंने पलानीस्वामी को अपना उत्तराधिकारी चुन लिया। उस समय पलानीस्वामी और पन्नीरसेल्वम एक-दूसरे के विरोधी हुआ करते थे। लेकिन बाद में उन दोनों ने हाथ मिला लिया और शशिकला को पद से हटा दिया।