अभिनेता से राजनेता बने टीवीके के अध्यक्ष विजय को आखिरकार तमिलनाडु पुलिस से इरोड जिले में 18 दिसंबर को जनसभा आयोजित करने की अनुमति मिल गई है। हालाँकि, यह अनुमति 84 सख्त शर्तों के साथ दी गई है। इन शर्तों में सुरक्षा जमा राशि, भीड़ नियंत्रण, क़ानून-व्यवस्था और स्थल की सफाई जैसे प्रावधान शामिल हैं। यह विजय की करूर में 27 सितंबर को हुई भगदड़ के बाद तमिलनाडु में पहली सार्वजनिक सभा होगी। करूर की सभा में भगदड़ के कारण 41 लोगों की मौत हो गई थी और पार्टी को काफ़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था।

इस घटना के बाद विजय की सार्वजनिक सभाएँ स्थगित कर दी गई थीं, लेकिन अब इरोड में यह सभा उनके राजनीतिक अभियान को नई गति देगी। पुलिस ने अनुमति देते हुए सुरक्षा और व्यवस्था पर विशेष जोर दिया है, ताकि करूर जैसी दुर्घटना दोबारा न हो।

अनुमति की प्रक्रिया और शर्तें

टीवीके ने विजयमंगलम टोल गेट के पास विजयापुरी अम्मन मंदिर के निकट 16 एकड़ निजी मंदिर की भूमि पर सभा आयोजित करने की अनुमति मांगी थी। यह भूमि हिंदू धार्मिक एवं धर्मार्थ बंदोबस्ती विभाग यानी एचआर एंड सीई के नियंत्रण में है। शुरुआत में एचआर एंड सीई विभाग ने अनापत्ति प्रमाणपत्र यानी एनओसी जारी करने से इनकार कर दिया था, लेकिन रविवार को टीवीके प्रतिनिधियों की मंदिर अधिकारियों से मुलाकात के बाद एनओसी जारी कर दी गई।

इसके बाद इरोड पुलिस अधीक्षक ए. सुजाता ने पुलिस दल के साथ स्थल का निरीक्षण किया और अनुमति दी। पुलिस ने 84 शर्तें लगाई हैं, जिनमें शामिल हैं-
  • आयोजकों द्वारा 50,000 रुपये की सुरक्षा राशि जमा करना।
  • सभा के बाद स्थल को मूल स्थिति में साफ-सुथरा करके सौंपना।
  • भीड़ नियंत्रण के लिए बैरिकेडिंग, प्रवेश-निकास मार्ग, पीने का पानी, शौचालय, एम्बुलेंस और सीसीटीवी की व्यवस्था।
  • सुरक्षा व्यवस्था, ट्रैफिक डायवर्जन और चिकित्सा सुविधाएं अनिवार्य।
  • सभा का समय सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक सीमित।
टीवीके के मुख्य समन्वयक के.ए. सेंगोट्टैयन ने कहा, 'हमने पुलिस की सभी 84 शर्तों का जवाब दिया है और सभा व्यवस्थित तरीके से आयोजित की जाएगी।' पार्टी कार्यकर्ताओं ने अनुमति की प्रतीक्षा में स्थल की सफाई पहले से ही शुरू कर दी थी। अनुमान है कि सभा में 25,000 से 35,000 लोग शामिल होंगे।

करूर भगदड़ में क्या हुआ था?

27 सितंबर 2025 को करूर में विजय की सभा के दौरान भगदड़ मच गई थी, जिसमें 41 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हुए। इस घटना के लिए पार्टी की खराब योजना, विजय के देरी से पहुंचने और अपर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था को जिम्मेदार ठहराया गया। घटना के बाद विजय ने सार्वजनिक सभाएं स्थगित कर दी थीं और सुरक्षा को प्राथमिकता देने की बात कही थी।

इसके बाद विजय ने 6 दिसंबर को पुडुचेरी में सभा की, जहां उन्होंने तमिलनाडु में अनुमति न मिलने पर तंज कसते हुए सरकार को धन्यवाद दिया था। अब इरोड सभा उनके राज्यव्यापी दौरे की निरंतरता है।

इस सभा में विजय 2026 विधानसभा चुनाव के लिए टीवीके से टिकट चाहने वालों को आवेदन जमा करने की तारीख की घोषणा करेंगे। पार्टी कार्यकर्ता इसे बड़ा आयोजन बना रहे हैं। सेंगोट्टैयन ने कहा कि विजय ही उम्मीदवारों के नाम घोषित करेंगे।
बहरहाल, पुलिस की सख्त शर्तें करूर घटना के सबकों से प्रेरित हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि यह सुरक्षा सुनिश्चित करने का प्रयास है, लेकिन कुछ इसे राजनीतिक बाधा भी बता रहे हैं। टीवीके ने सभी शर्तें मान ली हैं और सभा निर्धारित समय पर होगी। तमिलनाडु की राजनीति में विजय की पार्टी नई चुनौती बनकर उभर रही है। यह सभा उनके समर्थकों में उत्साह भरने वाली होगी।