उत्तर प्रदेश में जब से 'लव जिहाद' यानी ग़ैरक़ानूनी धर्मांतरण से जुड़ा अध्यादेश आया है तब से कम से कम तीन केस दर्ज किए जा चुके हैं। लेकिन बरेली में जो पहला केस दर्ज किया गया है उसी में पुलिस का रवैया संदेहों में घिर गया है। इस नये क़ानून के तहत गिरफ़्तार किए गए मुसलिम युवक के परिजनों ने आरोप लगाया है कि लड़की के रिश्तेदारों ने पुलिस के दबाव में यह केस दर्ज कराया है। जब से यह केस दर्ज हुआ है तब से इस पर सवाल उठता रहा है।