loader

कल्याण बोले, मोदी को पीएम बनाना ज़रूरी, कांग्रेस ने कहा, पद से हटाएँ 

राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह के एक बयान पर विवाद हो गया है। कल्याण सिंह ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दोबारा चुना जाना देश और समाज के लिए ज़रूरी है। बता दें कि राज्यपाल का पद संवैधानिक है और संवैधानिक पद पर बैठे किसी भी व्यक्ति से लोकतंत्र में इस तरह के बयान की उम्मीद नहीं की जा सकती। 

कल्याण सिंह ने अलीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत में कहा, 'हम सभी बीजेपी के कार्यकर्ता हैं और हम सभी चाहते हैं कि मोदी जी एक बार फिर देश के प्रधानमंत्री बनें। मोदी जी का प्रधानमंत्री बनना देश और समाज के लिए ज़रूरी है।'

कल्याण सिंह के बयान पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आपत्ति दर्ज कराई है। गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि राज्यपाल का पद संवैधानिक होता है और यह उम्मीद की जाती है कि राज्यपाल पूरी तरह निष्पक्ष होंगे और दलगत राजनीति से दूरी बनाए रखेंगे। गहलोत ने कहा कि कल्याण सिंह का बयान बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि कल्याण सिंह के बयान से संवैधानिक संस्थाओं की मर्यादा को चोट पहुँची है। 

ताज़ा ख़बरें
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि कल्याण सिंह का बयान संवैधानिक मर्यादा की धज्जियाँ उड़ाने वाला है। सुरजेवाला ने कहा कि राष्ट्रपति को उन्हें बर्खास्त कर देना चाहिए। भाकपा ने भी कल्याण सिंह को पद से हटाने की माँग की है। 
उत्तर प्रदेश से और ख़बरें

बताया जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी की ओर से अलीगढ़ सीट से सतीश गौतम को उम्मीदवार बनाए जाने का स्थानीय कार्यकर्ता विरोध कर रहे हैं। कार्यकर्ताओं ने 23 मार्च को कल्याण सिंह के अलीगढ़ दौरे के दौरान उनके सामने विरोध कर अपनी नाराजगी जतायी थी। इसी दौरान कल्याण सिंह ने नरेंद्र मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाने की बात कही। 

सम्बंधित ख़बरें
87 साल के कल्याण सिंह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। कल्याण सिंह ने बीजेपी छोड़कर जनक्रांति पार्टी भी बनाई थी। लेकिन बाद में उन्होंने अपनी पार्टी का बीजेपी में विलय कर दिया था। केंद्र में मोदी सरकार बनने के बाद उन्हें राजस्थान का राज्यपाल बनाया गया था। कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह एटा से सांसद हैं और पोते संदीप सिंह योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री हैं। 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में बाबरी मसजिद गिराए जाने के वक़्त वह राज्य के मुख्यमंत्री थे। 
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

उत्तर प्रदेश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें