loader

यूपी-राजस्थान-एमपी में आकाशीय बिजली का कहर, 68 लोगों की मौत

उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश में आकाशीय बिजली के कहर ने कई लोगों की जान ले ली है। उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर बिजली गिरने की घटनाएं हुई हैं और इनमें 41 लोगों की मौत हो चुकी है। राजस्थान में 20 और मध्य प्रदेश में 7 लोगों की मौत हुई है। 

टीओआई के मुताबिक़, उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 14, कानपुर देहात में 5, फिरोज़ाबाद और कौशांबी में 3-3 जबकि उन्नाव और चित्रकूट में 2-2 लोगों की मौत हुई है। प्रतापगढ़, हरदोई और मिर्जापुर में भी 1-1 शख़्स की मौत हुई है। 

फिरोज़ाबाद में जिन लोगों की मौत हुई है, वे एक नीम के पेड़ के नीचे खड़े थे, तभी उन पर आकाशीय बिजली गिरी और मौक़े पर ही उनकी मौत हो गई। आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं ग़ाज़ीपुर और बलिया में भी हुई हैं। 

ताज़ा ख़बरें

घटना की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसका संज्ञान लिया है और संबंधित जिलों के प्रशासन से पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा देने के लिए कहा है। 

उधर, राजस्थान के जयपुर में भी आकाशीय बिजली गिरने के कारण 20 लोगों को जान गंवानी पड़ी है और कई लोग घायल हो गए हैं। जयपुर में आकाशीय बिजली गिरने की घटना उस वक़्त हुई जब कुछ लोग आमेर पैलेस के नज़दीक स्थित वॉच टावर पर खड़े होकर सेल्फ़ी ले रहे थे। उस दौरान जोरदार बरसात भी हो रही थी। 

उत्तर प्रदेश से और ख़बरें

तभी आकाशीय बिजली गिरी और कई लोग डर के मारे वॉच टावर से नीचे कूद गए। इस घटना में 11 लोगों की मौत हो गई और 8 लोग घायल हो गए। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मारे गए लोगों के परिवारों को 5-5 लाख रुपये की सहायता राशि देने का एलान किया है। 

जयपुर के अलावा बारां, झालावाड़ और कोटा और धौलपुर जिले में भी आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं हुई हैं और लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। बारां और झालावाड़ में 1-1 जबकि कोटा में 4 और धौलपुर जिले में 3 लोगों की मौत हुई है। राजस्थान में रविवार को कई जगहों पर बारिश हुई है। 

मध्य प्रदेश के श्योपुर और ग्वालियर जिले में 2-2 लोगों की मौत हुई है। जबकि शिवपुरी और बैतुल जिले में 1-1 शख़्स की मौत को मिलाकर कुल सात मौतें हुई हैं। 
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

उत्तर प्रदेश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें