प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के क़रीबी माने जाने वाले उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा क्या योगी सरकार में पूरी तरह शक्तिहीन हैं? क्या वह एक छोटे कर्मचारी का तबादला तक नहीं कर सकते और क्या उनके ख़िलाफ़ यह सब एक साज़िश के तहत किया जा रहा है? कम से कम शर्मा ने तो ऐसा ही आरोप लगाया है। उन्होंने अपने ही विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए सनसनीखेज दावा किया है कि कुछ अराजक तत्व उनके खिलाफ सुपारी लेकर काम कर रहे हैं। उनके आधिकारिक एक्स हैंडल से किए गए एक पोस्ट में उन्होंने बिजली विभाग के कर्मचारियों के एक वर्ग को 'असामाजिक तत्व' करार दिया और कहा कि ये लोग उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने और निजीकरण की प्रक्रिया को बाधित करने की साज़िश रच रहे हैं। शर्मा ने यह भी कहा कि वह एक जूनियर इंजीनियर का तबादला तक नहीं कर सकते।