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कानपुर के बाद आगरा में सांप्रदायिक तनाव, पत्थरबाजी, दो समुदाय भिड़े 

कानपुर के बाद अब उत्तर प्रदेश के आगरा में सांप्रदायिक तनाव हुआ है। यह सांप्रदायिक तनाव ताजगंज के बसई खुर्द के इलाके में मोटरसाइकिल से एक शख्स को टक्कर लगने के बाद हुआ। यहां पर सड़क निर्माण का काम चल रहा था और दोनों और टाइल्स के ढेर लगे हुए थे। इस वजह से यह टक्कर हो गई। घटना रविवार की है। 

टक्कर होने के बाद बाइक सवार और घायल शख्स के बीच में लड़ाई शुरू हो गई और थोड़ी देर बाद ही दोनों समुदाय के लोग आमने-सामने आ गए और झगड़ा बढ़ गया। 

इसके बाद दोनों समुदायों के लोगों के बीच पत्थरबाजी हुई। पत्थरबाजी का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ है जिसमें लोगों को एक-दूसरे पर पत्थर फेंकते हुए देखा जा सकता है।

इस बारे में पता चलने पर पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। पुलिस ने हालांकि सख्ती दिखाते हुए हालात को काबू में कर लिया है। 

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बता दें कि बीते शुक्रवार को कानपुर में मुस्लिम समुदाय के द्वारा जबरन बाजार बंद कराने को लेकर काफी हंगामा हुआ था। जबरन बाजार बंद का विरोध करने पर दूसरे समुदाय के लोग सामने आ गए थे और जमकर बवाल हुआ था। 

मुसलिम समुदाय के लोग बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा के द्वारा पैगंबर मोहम्मद साहब पर की गई टिप्पणी को लेकर बेहद नाराज थे। इस मामले में पुलिस ने कई लोगों की धरपकड़ की है और कई एफआईआर भी दर्ज की गई हैं। 

सांप्रदायिक तनाव की कई घटनाएं

बीते कुछ महीनों में सांप्रदायिक तनाव की कई घटनाएं देश के अलग-अलग राज्यों में हो चुकी हैं। इनकी शुरुआत राजस्थान के करौली से हुई थी जहां पर धार्मिक शोभा यात्रा निकालने के दौरान दो समुदाय आमने-सामने आ गए थे। उसके बाद मध्य प्रदेश के खरगोन में रामनवमी की शोभायात्रा के दौरान सांप्रदायिक झड़प और हिंसा की घटनाएं हुई थी और समुदाय विशेष के लोगों के अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चला था। 

राजस्थान में तो कई जगहों पर सांप्रदायिक तनाव की घटनाएं हुई थी।

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पश्चिम बंगाल, कर्नाटक के हुबली और दिल्ली के जहांगीरपुरी में भी दो समुदाय के लोग आमने-सामने आ गए थे और इसके बाद बुलडोजर की कार्रवाई को लेकर खासा हंगामा हुआ था। 

सांप्रदायिक तनाव की घटनाओं को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचना भी हुई और विपक्ष ने आरोप लगाया कि देश में जानबूझकर हिंसा का माहौल बनाया जा रहा है।

विपक्ष ने आरोप लगाया था कि जिन राज्यों में चुनाव होने वाले हैं वहां पर ध्रुवीकरण की मंशा से जबरन माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है। 

सांप्रदायिक तनाव की इन घटनाओं के बाद ज्ञानवापी मस्जिद विवाद, ताजमहल के बंद पड़े 22 कमरों को खुलवाने की मांग और कुतुब मीनार को विष्णु स्तंभ घोषित करने की मांग को लेकर भी दोनों समुदायों के बीच अदालतों में जोरदार जंग जारी है।

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क़मर वहीद नक़वी
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