उत्तर प्रदेश में 11 विधानसभा सीटों के लिए हुए उपचुनावों के नतीजे बीजेपी के लिए ख़तरे की घंटी है तो विपक्षी दलों के लिए भी चेतावनी कम नहीं है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन उपचुनावों में सभी क्षेत्रों में दो-दो रैलियाँ कीं। चुनाव की अधिसूचना जारी होने से ठीक पहले जमकर परियोजनाओं का लोकार्पण, शिलान्यास किया गया। हर विधानसभा क्षेत्र में एक-एक कबीना मंत्री, दो-दो प्रदेश पदाधिकारियों की ड्यूटी लगायी गई। उपचुनावों के दौरान स्थानीय मुद्दे व विकास नहीं बल्कि जम्मू-कश्मीर से जुड़े अनुच्छेद 370, 35ए, राम मंदिर, ‘हाउडी मोदी’, पीओके में घुसकर मारने जैसे मामले ही प्रचारित हुए। इन सबके बाद भी नतीजों में बीजेपी ने अपनी दो सीटें गँवा दी है।