नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ उत्तर प्रदेश में हुए हिंसक प्रदर्शनों के बाद कई इलाक़ों से पुलिस की ज़्यादती की ख़बरें आ रही हैं। क़ानून व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालने वाली पुलिस के कुछ अफ़सरों ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बिजनौर से लेकर मुज़फ़्फरनगर तक ऐसी बर्बरता की है, जिसे सुनकर किसी की भी रूह कांप जाए। इन इलाक़ों में पुलिस की बर्बर कार्रवाई के ऐसे कई वीडियो सामने आए हैं जिनमें कुछ पुलिसकर्मियों ने मुसलिम समुदाय के घरों में घुसकर बुजुर्गों और महिलाओं को बेरहमी से पीटा है।
यूपी: पुलिस ने की बर्बरता, मुज़फ़्फरनगर में मौलाना को नंगा करके पीटने का आरोप
- उत्तर प्रदेश
- |
- 29 Dec, 2019
यूपी पुलिस ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बिजनौर से लेकर मुज़फ़्फरनगर तक ऐसी बर्बरता की है, जिसे सुनकर किसी की भी रूह कांप जाए।

प्रतीकात्मक तसवीर।
मौलाना असद को बेरहमी से पीटा
मुज़फ़्फरनगर में पुलिस के द्वारा अत्याचार करने की कई घटनाएं हुई हैं। ऐसी ही एक और दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। अंग्रेजी अख़बार ‘द टेलीग्राफ़’ के संवाददाता ने मुज़फ़्फरनगर में ऐसे ही कुछ पीड़ित लोगों से बात की है। 66 साल के मौलाना असद राज़ा हुसैनी भी इनमें से एक हैं। मौलाना के दोनों हाथों और दोनों पाँवों में पट्टियां बंधी हुई हैं। वह सोते हुए ही सुबकते हैं और अपना चेहरा भी छुपाने की कोशिश करते हैं। इसका कारण पूछने पर उनके परिजन कहते हैं कि कुछ पुलिस कर्मियों ने उन्हें हिरासत में नंगा करके पीटा और बुरी तरह प्रताड़ित किया है और वह इस अपमान के कारण लगे सदमे से उबर नहीं पा रहे हैं।