किसान आंदोलन मोदी को झुकाने में नाकाम है । क्या होगा आंदोलन का भविष्य ? आशुतोष के साथ चर्चा में संतोष भारतीय, पुष्पेंद्र चौधरी, अशोक वानखेड़े, हरपाल !
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।