एक्स सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के अत्याधुनिक टूल एआई ग्रोक ने सरकार और उसके समर्थकों के बारे में अपने साहसिक जवाबों से एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। द इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट्स से पता चलता है कि सरकार का आईटी मंत्रालय ग्रोक पर बारीकी से नजर रख रहा है, यह चिंता करते हुए कि इसकी सामग्री भड़काऊ हो सकती है। यह एक बड़ा सवाल खड़ा करता है—क्या सरकार कोई कार्रवाई करेगी? क्या प्रतिबंध लगाया जा सकता है?
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।






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