जात जात का खेल- सिर्फ़ वोट के लिए है क्या?
क्या महापंचायत के ज़रिए किसान सरकार को अपनी ताक़त का एहसास करवा पाएंगे? क्या वे उसे ये संदेश दे सकेंगे कि अगर उनकी माँगें नहीं मानी तो वे आने वाले चुनाव को पलट देंगे? डॉ. मुकेश कुमार के साथ चर्चा में शामिल हैं-अशोक वानखेड़े, शरत् प्रधान, विजय त्रिवेदी और पुष्पेंद्र सिंह-