CJI चंद्रचूड़ रिटायर होते होते निराशा में तब्दील हो गये?
जस्टिस चंद्रचूड़ से देश को काफ़ी उम्मीदें थी । लेकिन रिटायर होते होते वो सबसे बड़ी निराशा में तब्दील हो गये ? ऐसा क्यों हुआ और कैसे हुआ ? क्या वो सरकार के दबाव में आ गये ? क्या वो पहले CJI थे जो मीडिया को मनमुताबिक इस्तेमाल कर पाये और फिर उसी के शिकार हो गये ? आशुतोष के साथ चर्चा में अरुण त्रिपाठी, अशोक बागड़िया और महमूद आबिदी ।