आयकर विभाग के छापों के ज़रिए मोदी क्या अखिलेश और उनके समर्थकों को डराना चाहते हैं? क्या इसका उद्देश्य सपा की चुनावी फंडिंग को बंद कराना है? क्या आईटी के बाद अब ईडी और सीबीआई भी बीजेपी के लिए चुनावी मोर्चा सँभालेंगी? हर चुनाव के पहले या उसके दौरान विपक्षी नेताओं के ख़िलाफ़ केंद्रीय एजंसियों की कार्रवाई का पैटर्न क्या कहता है?