मोदी सरकार के आख़िरी पूर्ण बजट में सबको कुछ देने की कोशिश। मिडिल क्लास और गाँव की महिलाएँ से बड़े उद्योगों तक को साधने की कोशिश। क्या यह बजट चुनाव जितानेवाला है? अर्थव्यवस्था की असली चुनौतियों पर क्या कहता है? और मिडिल क्लास को भी जो मिला वो काफ़ी है क्या? आलोक जोशी के साथ आनंद प्रधान, सौरव झा और सीए पुनीत सखूजा।