ऋषि सुनक के पीएम बनने पर हिंदुत्ववादी इतने खुश क्यों हैं ? क्या सिर्फ़ इसलिये कि वो हिंदू हैं ? पर इससे भारत को क्या फ़ायदा ? क्या महज़ हिंदू होने के नाते वो भारत के साथ अच्छे रिश्ते रखेंगे या उनकी जीत भारत के लिये एक सबक है ? भारत के मौजूदा लोकतांत्रिक स्वरूप के सामने एक सवाल ? आशुतोष के साथ चर्चा में नरेश कौशिक, हरि कुमार, स्मिता शर्मा और यश झांब ।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।