शरद पवार की राजनीति क्या ख़त्म हो जायेगी ? क्या चुनाव आयोग उनसे चुनाव चिह्न छीन लेगा ? क्या ठाकरे की तरह वो भी अनाथ हो जायेंगे ? और शिंदे, अजित और बीजेपी क्या अब सारी सीटें जीत लेंगे? आशुतोष के साथ चर्चा संजय कुमार, राकेश सिन्हा और वाहिद अली खान ।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।