अब ये साफ़ दिख रहा है कि बिहार में सत्ता विरोधी लहर चल रही है। तेजस्वी, चिराग और कन्हैया की सभाओं में जुट रही भीड़ इसका प्रमाण है। मगर क्या ये लहर सुनामी बनेगी और एनडीए सरकार को डुबा सकेगी? पेश है इसी मुद्दे पर वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश, विजय त्रिवेदी और निवेदिता शक़ील से मुकेश कुमार की बातचीत।