दलित बुद्धिजीवियों को निशाने पर क्यों लिया जा रहा?
हिंदुत्ववादी ताक़तें दलित बुद्धिजीवियों को निशाना क्यों बना रही हैं? प्रो. रतनलाल और प्रो. रविकांत पर हमले क्या कहते हैं? क्या हिंदुत्व के झंडाबरदार ब्राम्हणवादियों को दलितों का विरोध बर्दाश्त नहीं हो रहा है?