15 अगस्त, स्वतंत्रता दिवस के दिन, लाल क़िले से भारत के प्रधानमंत्री का भाषण, और कुछ नहीं बल्कि भारत के वर्तमान नेतृत्व के हालातों के बारे में संकेत देता है। किसी भी देश के प्रधानमंत्री के जैसे तेवर होंगे, जिन पहलुओं पर वो चर्चा करेगा और जिन पहलुओं पर वो चुप रहेगा, इन सबको मिलाकर ही उसकी योग्यता और नेतृत्त्व का आंकलन किया जायेगा, इसी तरह भारत के भी नेतृत्व की स्थिति का आंकलन किया जा सकता है। भारत के 79वें स्वतंत्रता दिवस पर पीएम नरेंद्र मोदी के 12वें भाषण से न चाहकर भी तमाम आंकलन बाहर आ गए।
पीएम मोदी का भाषणः नाकाम नीतियों और थके हुए उल्लास का 12वां साल
- विमर्श
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- 17 Aug, 2025

पीएम मोदी स्वतंत्रता दिवस पर लालकिले पर
PM Modi Red Fort Speech Analysis: देश को हर साल 15 अगस्त को प्रधानमंत्री के भाषण का इंतजार रहता है। स्तंभकार वंदिता मिश्रा ने मौजूदा पीएम के भाषण का विश्लेषण किया है। उनका कहना है कि पीएम मोदी के इस भाषण से हर भारतवासी निराश हुआ है।