पॉण्डिचेरी यूनिवर्सिटी के ‘डिपार्टमेंट ऑफ़ परफ़ॉर्मिंग आर्ट्स’ के अध्यक्ष को पद से हटा दिया गया है। विद्यार्थियों के ख़िलाफ़ दंडात्मक कार्रवाई की जा रही है। ‘हिंदू’ अख़बार के मुताबिक़ स्थानीय पुलिस ने भी उनके ख़िलाफ़ स्वतः संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया है। विद्यार्थियों के ख़िलाफ़ हिंसक प्रचार चलाया जा रहा है। महिला विद्यार्थियों को परिसर छोड़कर अपने घर जाने को मजबूर होना पड़ा है क्योंकि उनको यौन हिंसा की धमकियाँ दी जा रही हैं।
रामकथा 'नाटक' से आहत भाजपा/संघ छात्रों से क्यों बदला ले रहे हैं?
- वक़्त-बेवक़्त
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- 29 Mar, 2025

पांडिचेरी यूनिवर्सिटी कैंपस में एबीवीपी कार्यकर्ता नाटक के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए।
पांडिचेरी यूनिवर्सिटी में रामकथा पर आधारित एक नाटक का मंचन हुआ। नाटक को धर्म विरोधी बताकर अगले दिन भाजपा और आरएसएस से जुड़े संगठन एबीवीपी ने विरोध प्रदर्शन किया। फिर क्या था यूनिवर्सिटी ने नाटक के मंचन से जुड़े छात्र-छात्राओं और शिक्षकों पर कार्रवाई कर दी। यह हद है। तमाम अन्य नाटक और फिल्में रामकथा पर बनी हैं। लेकिन भारत में अब कलात्मक और रंग-मंच की आजादी को भी छीना जा रहा है। जाने-माने चिंतक और स्तंभकार अपूर्वानंद ने यही बात उठाई है कि शायद अब नई राम कथा भारत के बाहर लिखी जाएगी। पढ़िए उनका यह विचारोत्तेजक लेखः