भारतीय जनता पार्टी ने 18वीं लोक सभा में मनचाही सीटें न मिलने की सजा भारत को देना तय किया है। अलग-अलग तरीक़े से हिंसा भड़का कर और तनाव बढ़ाकर। मणिपुर से असम रायफ़ल्स को हटाने के फ़ैसले पर राष्ट्रीय प्रेस ने ध्यान नहीं दिया।वैसे भी मणिपुर उनकी चिंता का विषय नहीं रहा है। लेकिन हमें तो उस पर सोचना ही चाहिए। असम रायफ़ल्स की दो बटालियनों को बिष्णुपुर और कांगपोकपी से हटाकर जम्मू कश्मीर और नागालैंड भेजा गया है। कुकी समुदाय के नेताओं ने इस कदम की आलोचना की है। लेकिन मैतेयी संगठनों ने इसपर ख़ुशी ज़ाहिर की है। आख़िर यह उनकी माँग थी!
तनाव, बेचैनी और हिंसा में कौन सी पार्टी 24x7 लगी रहती है...बूझो तो जानें
- वक़्त-बेवक़्त
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- 29 Mar, 2025

राष्ट्रवादियों को शायद खबर नहीं है कि उत्तर भारत के अलावा भी कई राज्यों में बहुत कुछ चल रहा है, जिससे वहां के जातीय समूह बेचैन है। हर समय तनाव, बेचैनी और हिंसा में देश को व्यस्त करने वाले राजनीतिक दल की पहचान उसके झंडे से नहीं, इन तीन कारणों से पहचान सकते हैं तो पहचानिए। कोई मुश्किल काम नहीं है। प्रख्यात चिंतक और स्तभंकार अपूर्वानंद ने बहुत बेबाकी से उस राजनीतिक दल की हरकतों का विश्लेषण पेश किया है। जरूर पढ़िए और पढ़ाइएः