तृणमूल शासित पश्चिम बंगाल राज्य सरकार और बीजेपी शासित केंद्र सरकार एक बार फिर आमने-सामने हैं। राजनीतिक घात-प्रतिघात में कोरोना जैसे संवेदनशील मुद्दे को मोहरा बनाने की रणनीति है। कोरोना और इसकी रोकथाम के लिए किए गए लॉकडाउन को इस बार राजनीतिक रस्साकसी के केंद्र में रखा गया है।