ऐसे समय जब भारतीय जनता पार्टी पश्चिम बंगाल में सांप्रदायिक ध्रवीकरण कर हिन्दू वोट हासिल करने की रणनीति अपना रही है, तृणमूल कांग्रेस ने अर्थव्यवस्था पर ज़ोर दिया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस का चुनाव घोषणापत्र जारी करते हुए कहा है कि हर साल पाँच लाख नई नौकरियाँ दी जाएंगी।
कोलकाता में घोषणापत्र जारी करते हुए उन्होंने कहा कि टीएमसी जब सत्ता में आई थी तो राज्य की आय 25 हज़ार करोड़ रुपये थी, अब बढ़कर 75 हज़ार करोड़ रुपये हो गई है।
तृणमूल कांग्रेस ने इसके साथ ही बेसिक इनकम स्कीम लागू करने का आश्वासन दिया है। इसके तहत हर परिवार की सबसे बुजुर्ग महिला को हर महीने एक न्यूनतम रकम दी जाएगी। इसके तहत सामान्य वर्ग के परिवारों को सालाना 6 हज़ार और पिछड़े वर्ग के परिवारों को सालाना 12 हज़ार रुपए की मदद दी जाएगी। इससे राज्य के 1.6 करोड़ परिवारों को फ़ायदा होगा।
पश्चिम बंगाल के सत्तारूढ़ दल ने यह भी एलान किया है कि छात्रों को स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के ज़रिए 10 लाख रुपए तक का शिक्षा क़र्ज़ दिया जाएगा। इस पर उन्हें सिर्फ 4 प्रतिशत की दर से ब्याज चुकाना होगा।
10 'अंगीकार'
"ये 10 अंगीकार मेरी निजी प्रतिबद्धताएं हैं और मैं राज्य की जनता को आश्वस्त करना चाहती हूँ कि मैं इसे पूरा करूंगी।"
किसानों की मदद
ऐसे समय जब राजधानी के पास तीन महीने से अधिक समय से किसान आन्दोलन चल रहा है, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने किसानों को मिलने वाली आर्थिक मदद की रकम बढ़ा दी है। उन्होंने कहा कि किसानों को अब तक सालाना प्रति एकड़ 6 हज़ार की रकम दी जाती थी, इसे बढ़ा कर 10 हज़ार कर दिया जाएगा।
ममता बनर्जी ने घोषणापत्र जारी करते हुए कहा,
"यह चुनाव घोषणापत्र नहीं है, यह विकास घोषणापत्र है। यह घोषणापत्र ग़रीबों का, ग़रीबों के लिए, ग़रीबों के द्वारा तैयार किया गया है।"
ममता बनर्जी ने ग़रीब तबके को ध्यान में रखते हुए ऐलान किया है कि हर ग़रीब के घर पर राशन पहुँचाया जाएगा।
बता दें कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 के लिए मतदान आठ चरणों में 27 मार्च से 29 अप्रैल तक होगा। वोटों की गणना 2 मई को होगी।
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