अब तक पाकिस्तान सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर की बढ़िया मेहमानवाजी कर रहे डोनाल्ड ट्रंप ने अब उनको फँसा दिया है। ट्रंप ने मुनीर से कहा है कि वह उस ग़ज़ा में अपने सैनिक भेजें जहाँ की स्थिति उथल-पुथल है। वैसे, तो इसे शांति मिशन नाम दिया जा रहा है, लेकिन कई देश इस मिशन से हिचकिचा रहे हैं, क्योंकि इसमें ग़ज़ा के इस्लामी उग्रवादी समूह हमास को निरस्त्रीकरण करना शामिल है। यह इसमें शामिल होने वाली सेना को संघर्ष में घसीट सकता है और उनके फिलिस्तीन-समर्थक तथा इसराइल-विरोधी जनता को भड़का सकता है। ऐसा हुआ तो मुनीर को पाकिस्तान में ही बड़ा विरोध का सामना करना पड़ सकता है।
इसका मतलब है कि पाकिस्तान के अब तक के सबसे शक्तिशाली सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर को सबसे कठिन परीक्षा का सामना करना पड़ रहा है। रायटर्स की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका पाकिस्तान पर दबाव डाल रहा है कि वह ग़ज़ा स्टेबिलाइज़ेशन फोर्स में सैनिक योगदान दे। जानकारों का कहना है कि इस कदम से पाकिस्तान में मुनीर को तीखा विरोध झेलना पड़ सकता है। रॉयटर्स को दो सूत्रों ने बताया कि मुनीर आने वाले हफ्तों में वाशिंगटन जाकर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगे। यह छह महीनों में उनकी तीसरी बैठक होगी, जो मुख्य रूप से ग़ज़ा बल पर केंद्रित होगी।
इसका मतलब है कि पाकिस्तान के अब तक के सबसे शक्तिशाली सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर को सबसे कठिन परीक्षा का सामना करना पड़ रहा है। रायटर्स की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका पाकिस्तान पर दबाव डाल रहा है कि वह ग़ज़ा स्टेबिलाइज़ेशन फोर्स में सैनिक योगदान दे। जानकारों का कहना है कि इस कदम से पाकिस्तान में मुनीर को तीखा विरोध झेलना पड़ सकता है। रॉयटर्स को दो सूत्रों ने बताया कि मुनीर आने वाले हफ्तों में वाशिंगटन जाकर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगे। यह छह महीनों में उनकी तीसरी बैठक होगी, जो मुख्य रूप से ग़ज़ा बल पर केंद्रित होगी।

























