फ़ेसबुक हेट पोस्ट का मामला फिर से तब चर्चा में आ गया जब एक फ़ेसबुक इंजीनियर ने यह कहते हुए कंपनी से इस्तीफ़ा दे दिया कि वह 'नफ़रत से मुनाफ़ा कमाती' है। रिपोर्ट के अनुसार फ़ेसबुक इंजीनियर ने कहा कि वह ऐसी कंपनी के लिए काम नहीं कर सकते हैं जो 'नफ़रत' के लिए ऐसा करती है। फ़ेसबुक हाल के दिनों में वाल स्ट्रीट जर्नल की 'हेट पोस्ट' से जुड़ी एक रिपोर्ट को लेकर चर्चा में रहा है जिसमें फ़ेसबुक इंडिया की पब्लिक पॉलिसी डायरेक्‍टर आँखी दास का ज़िक्र था। उस रिपोर्ट में कहा गया था कि आँखी दास ने बीजेपी के कुछ नेताओं की ऐसी पोस्ट को हटाने से मना कर दिया था, जो घृणा फैलाने वाली थीं। फ़ेसबुक के कर्मचारियों और पूर्व कर्मचारियों के हवाले से यह रिपोर्ट छापी गई थी।