पीएम नेतन्याहू (बाएं) और पूर्व रक्षा मंत्री योव गैलेंट (दाएं)
शुरुआती संकेत यही है कि तमाम देश अदालत के फैसले को नजरअंदाज नहीं करेंगे। इसराइल के कई सहयोगी देशों, जिनमें यूरोपीय संघ भी शामिल है, ने गिरफ्तारी वारंट लागू करने के लिए प्रतिबद्धता जताई है।
इस सूची में भारत नहीं है। यानी मोदी और नेतन्याहू की दोस्ती बनी रहेगी।
यूरोप के 42 और अफ्रीका के 33 देशों में नेतन्याहू और गैलेंट गिरफ्तारी से बच नहीं सकते। यूरोप में तो इटली जैसा दक्षिणपंथी पार्टी के शासन वाला देश है, जो आईसीसी से बंधा है। लेकिन भारत में दक्षिणपंथी सरकार के बावजूद वो आईसीसी की संधि में शामिल नहीं है। जबकि भारत पाकिस्तान के खिलाफ कई मामले अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में ले जा चुका है।
7 अक्टूबर, 2023 से गजा में इसराइल के जनसंहार में कम से कम 44,056 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 104,286 घायल हुए हैं। दुनिया अभी भी इस जनसंहार को चुपचाप देख रही है।