हमास की अल कासम ब्रिगेड ने जब शनिवार 7 अक्टूबर की सुबह पांच हजार रॉकेटों से इजराइल पर हमला शुरू किया तो उसने एक घंटे के अंदर बता दिया कि यह ऑपरेशन अल अक्सा फ्लड्स है। यानी इस हमले के केंद्र में अल अक्सा है। हमास को यूएन, अमेरिका और इजराइल ने आतंकी संगठन घोषित कर रखा है लेकिन फिलिस्तीनी जनता के लिए यह एक जनसंगठन है, जिसकी अपनी फौज है, जो उनके अधिकारों की रक्षा करता है। इजराइल ने शनिवार को इसे युद्ध बताया और कहा कि वो ग़ज़ा में फिलिस्तीनी हिस्से को मलबे में बदल देंगे।
हमास-इज़राइल युद्धः क्या है अल अक्सा विवाद, परिसर में बार-बार हमला क्यों
- दुनिया
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- 29 Mar, 2025

इज़राइल-फिलिस्तीन संघर्ष 1945 से जारी है। लेकिन इस बार हमास ने कहा कि मस्जिद अल अक्सा पर इजराइल की ओर से हो रहे बार-बार हमलों की वजह से उन्हें शनिवार को कार्रवाई के लिए मजबूर होना पड़ा। वो अल अक्सा में इजराइल को और अधिक अपराध की अनुमति नहीं दे सकते। आखिर यह सारा विवाद क्यों खड़ा हुआ, अल अक्सा मुद्दा क्या है, इजराइल बार-बार उकसावे की कार्रवाई क्यों कर रहा है। जानिए इस रिपोर्ट में। इस रिपोर्ट के संदर्भ न्यू यॉर्क टाइम्स और अल जज़ीरा से लिए गए हैं।



























