ईरान के सरकारी न्यूज़ चैनल प्रेस टीवी ने मंगलवार को बताया कि इसराइल पर ताबड़तोड़ ईरानी हमलों के बाद दोनों देशों के बीच संघर्षविराम की शुरुआत हो गई है। ईरान के विदेश मंत्री ने भी एक्स पर इस बारे में ट्वीट किया। इसराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू के दफ्तर ने भी इस बारे में बयान जारी किया। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया हैंडल ट्रूथ सोशल पर सबसे पहले इसराइल ईरान के बीच सीजफायर की घोषणा की। यह उन्होंने उसी अंदाज में की, जिस तरह उन्होंने भारत-पाकिस्तान संघर्ष के बीच सीज फायर की घोषणा की थी। जिसे भारत ने कभी स्वीकार नहीं किया। 
ईरान के विदेश मंत्री ने एक्स पर लिखा है- इसराइल को उसके हमले के लिए दंडित करने के लिए हमारे शक्तिशाली सशस्त्र बलों का सैन्य अभियान सुबह 4 बजे तक जारी रहा। मैं सभी ईरानियों के साथ मिलकर अपने बहादुर सशस्त्र बलों को धन्यवाद देता हूं जो अपने खून की आखिरी बूंद तक हमारे प्यारे देश की रक्षा के लिए तैयार रहते हैं और जिन्होंने दुश्मन के किसी भी हमले का आखिरी मिनट तक जवाब दिया।
हालांकि ईरान ने सीजफायर से पहले मंगलवार तड़के इसराइल के शहरों पर कई मिसाइलें गिराईं। इसराइली सेना ने कहा कि वह "कुछ ही समय पहले" ईरान द्वारा छोड़े गए मिसाइलों को रोकने की कोशिश कर रही है, हालांकि हमले का सटीक समय नहीं बताया गया। आईडीएफ ने टेलीग्राम पर लिखा- "कुछ ही समय पहले, इसराइल के कई इलाकों में सायरन बजे। ईरान से दागी गई मिसाइलों की पहचान हो गई है, हम रोकने की कोशिश कर रहे हैं।" बता दें कि इन हमलों में इसराइल में 5 लोग मारे गए और काफी लोग जख्मी हो गए।
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इसराइल ने भी सीजफायर की पुष्टि की 

इसराइल ने पुष्टि की है कि वह ईरान के साथ द्विपक्षीय युद्ध विराम के लिए अमेरिका के प्रस्ताव पर सहमत हो गया है, लेकिन युद्ध विराम के किसी भी उल्लंघन का वह “सख्ती से जवाब” देगा। प्रधानमंत्री नेतन्याहू के कार्यालय ने एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री ने कैबिनेट, रक्षा मंत्री, आईडीएफ चीफ ऑफ स्टाफ और मोसाद के प्रमुख से मुलाकात की।“ उन्हें बताया गया कि इसराइल ने ऑपरेशन राइजिंग लॉयन के सभी मकसदों को हासिल कर लिया है, और भी बहुत कुछ।” 

पीएम नेतन्याहू के दफ्तर का बयान

पीएम नेतन्याहू के दफ्तर से जारी बयान में कहा गया है, “इसराइल ने परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल दोनों क्षेत्रों में दोहरे खतरे को दूर कर दिया है। आईडीएफ ने तेहरान के आसमान पर पूर्ण हवाई नियंत्रण हासिल कर लिया, सैन्य नेतृत्व को गंभीर नुकसान पहुंचाया और दर्जनों केंद्रीय ईरानी सरकारी ठिकानों को नष्ट कर दिया।” बयान में पहली बार यह भी घोषणा की गई है कि एक और वरिष्ठ परमाणु वैज्ञानिक मारा गया। बयान में कहा गया है, "बीते दिन भी, आईडीएफ ने तेहरान के मध्य में शासन के ठिकानों पर बड़े हमले किए, सैकड़ों बासिज लड़ाकों को खत्म किया और एक अन्य वरिष्ठ परमाणु वैज्ञानिक की हत्या की।" बयान में कहा गया है, "इसराइल राष्ट्रपति ट्रंप और संयुक्त राज्य अमेरिका को उनके समर्थन और ईरानी परमाणु खतरे को खत्म करने में उनकी भागीदारी के लिए धन्यवाद देता है।"

प्रधानमंत्री नेतन्याहू ईरानी मिसाइल से बर्बाद हुए अपार्टमेंट को देखने पहुंचे।

इसराइल की एयरपोर्ट अथॉरटीज ने बताया है कि इसराइली एयरस्पेस को अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिया गया है।

ट्रंप का ऐलान और ईरानी प्रतिक्रिया 

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहले घोषणा की थी कि दोनों पक्षों के बीच संघर्षविराम मंगलवार सुबह 4 बजे से शुरू होगा, जिसमें सबसे पहले ईरान को अपनी सैन्य कार्रवाइयाँ रोकनी होंगी। हालाँकि, ईरानी विदेश मंत्री ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि ईरान और इसराइल के बीच संघर्षविराम पर कोई "औपचारिक समझौता" नहीं हुआ है। उन्होंने यह संकेत जरूर दिया कि अगर इसराइल सुबह 4 बजे (तेहरान समयानुसार रात 12.30 GMT) तक अपने हमले रोक देता है, तो ईरान भी आगे कोई जवाबी कार्रवाई नहीं करेगा। हालांकि बाद में उनका दूसरा ट्वीट आया, जिसमें हमले रोकने की बात कही गई है। वो ट्वीट ऊपर लगा हुआ है।