कतर की राजधानी दोहा में इसराइल ने बड़ा हमला कर हमास नेताओं को निशाना बनाया। इस हमले की जिम्मेदारी इसराइल ने खुद ली है। जानें पूरी घटना और इसके मायने।
दोहा में इसराइल का बड़ा हमला (फोटो साभार- एक्स)
इसराइल ने मंगलवार को कतर की राजधानी दोहा में एक सटीक हवाई हमला किया। इसराइल रक्षा बलों यानी आईडीएफ ने कहा है कि यह हमला हमास के वरिष्ठ नेताओं को निशाना बनाने के लिए था। दोहा में कई विस्फोटों की आवाजें सुनाई दीं और धुआँ उठता देखा गया। कतर ने इस हमले को कायरतापूर्ण और अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन बताते हुए कड़ी निंदा की है। इसराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को हमले की ज़िम्मेदारी ली और कहा कि इसराइल ने ही दोहा में हमास के वरिष्ठ नेतृत्व को निशाना बनाकर हमला किया।
इसराइली सेना ने मंगलवार को दोहा में हमास के वरिष्ठ नेताओं पर हमले के ऑपरेशन की बात कही। इस ऑपरेशन में हमास के ग़ज़ा प्रमुख खलिल अल-हय्या को निशाना बनाए जाने की ख़बरें हैं। इसराइल खलिल अल-हय्या को 7 अक्टूबर 2023 के हमले के लिए जिम्मेदार मानता है। इसराइली सेना ने दावा किया कि इस हमले में सटीक हथियारों और अतिरिक्त खुफिया जानकारी का इस्तेमाल किया गया ताकि नागरिकों को नुकसान कम से कम हो।
नेतन्याहू के कार्यालय ने अपने बयान में कहा, 'आज हमास के शीर्ष आतंकी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई पूरी तरह से इसराइली ऑपरेशन था। इसराइल ने इसे शुरू किया, इसराइल ने इसे अंजाम दिया और इसराइल इसकी पूरी जिम्मेदारी लेता है।' यह हमला कतर में इसराइल की पहली सैन्य कार्रवाई मानी जा रही है, क्योंकि कतर 2012 से हमास के राजनीतिक ब्यूरो को आश्रय देता रहा है। दोहा में प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हमले के बाद शहर के उत्तरी हिस्से में धुआँ उठता देखा गया।
हमले का कारण
नेतन्याहू और रक्षा मंत्री इसराइल काट्ज ने संयुक्त बयान में कहा कि यह हमला जेरूसलम और ग़ज़ा में हाल के आतंकी हमलों का जवाब था, जिसमें जेरूसलम में 6 नागरिकों और ग़ज़ा में 4 सैनिकों की मौत हुई थी। बयान में कहा गया कि हमास के वे नेता निशाने पर थे, जिन्होंने 7 अक्टूबर 2023 के हमले को अंजाम दिया था और जो इसराइल के खिलाफ लगातार हमलों का संचालन कर रहे थे।
नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा है कि ये वही लोग हैं जिन्होंने 7 अक्टूबर के नरसंहार की शुरुआत की और तब से हमारे नागरिकों की हत्या कर रहे हैं।
क़तर की प्रतिक्रिया
कतर ने दोहा में किए गए इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा की और इसे अपनी संप्रभुता पर हमला बताया। कतर के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माजेद अल-अंसारी ने कहा, 'कतर इस कायरतापूर्ण इसराइली हमले की कड़ी निंदा करता है, जिसमें दोहा में हमास के राजनीतिक ब्यूरो के कई सदस्यों के आवासीय मुख्यालय को निशाना बनाया गया।' उन्होंने इसे अंतरराष्ट्रीय कानूनों और मानदंडों का खुला उल्लंघन करार दिया। कतर ने कहा कि यह हमला देश में कतरियों और निवासियों की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है।
हमास के दो सूत्रों ने रॉयटर्स को बताया कि दोहा में उनकी बातचीत करने वाली टीम इस हमले में बच गई। एक हमास अधिकारी ने एएफपी को बताया कि दोहा में उनकी वार्ता टीम को निशाना बनाया गया था।
यह हमला ग़ज़ा में युद्धविराम और बंधकों की रिहाई के लिए चल रही वार्ताओं को और मुश्किल कर सकता है। कतर 2012 से हमास के राजनीतिक नेताओं को मेजबानी देता रहा है और यह हमला उस समझौते पर सवाल उठाता है, जिसके तहत कतर ने अमेरिका के अनुरोध पर हमास के राजनीतिक ब्यूरो को आश्रय दिया था। नवंबर 2024 में अमेरिका ने कतर से हमास के राजनीतिक ब्यूरो को निष्कासित करने का अनुरोध किया था, लेकिन कतर ने इसकी पुष्टि की थी कि कार्यालय खुले रहेंगे।
इसराइल का यह हमला हमास के खिलाफ उसकी बड़ी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जिसका लक्ष्य संगठन के नेतृत्व को तबाह करना है। हालाँकि, इस कार्रवाई ने कतर जैसे मध्यस्थ देश के साथ तनाव बढ़ा दिया है जो क्षेत्र में शांति वार्ताओं में अहम भूमिका निभाता रहा है। नेतन्याहू ने साफ़ किया है कि हमास के खिलाफ ऑपरेशन जारी रहेंगे, जिससे क्षेत्र में तनाव और बढ़ने की आशंका है।