Israel Gaza Great Thunberg: इसराइली नेवी ने उन नावों को रोक लिया है जो ग़ज़ा के लिए मानवीय सहायता ले जा रही थीं। पर्यावरण और मानवाधिकार कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग सहित कई लोगों को हिरासत में लिया गया है। इसराइल ऐसी अमानवीय हरकत पहली बार नहीं कर रहा है।
ग़ज़ा के लिए मानवीय सहायता लेकर जा रही नावों को इसराइल ने रोका
इसराइली नौसेना ने ग्लोबल सुमुद फ्लोटिला से जुड़ी कई नावों को रोक लिया, जो ग़ज़ा में मानवीय सहायता सामग्री पहुंचाने की कोशिश कर रही थीं। इस अभियान में स्वीडिश पर्यावरण और मानवाधिकार कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग भी शामिल थीं। इसराइली अधिकारियों ने सभी यात्रियों को हिरासत में ले लिया और उन्हें इसराइली बंदरगाह पर ले जाया गया। इसराइल ने ऐसी अमानवीय हरकत यूएन सहित कई अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के साथ पहले भी किया है। राहत सामग्री वाले उनके शिप और प्लेन को नहीं पहुंचने दिया गया।
इसराइली विदेश मंत्रालय ने कहा कि फ्लोटिला का एकमात्र मकसद उकसाना था, न कि सहायता पहुंचाना। मंत्रालय के अनुसार, यह नौसैनिक नाकाबंदी का उल्लंघन है, जो ग़ज़ा के आसपास के जल क्षेत्रों पर लागू है। मंत्रालय ने वैकल्पिक शांतिपूर्ण चैनलों के माध्यम से सहायता पहुंचाने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन फ्लोटिला ने इसे ठुकरा दिया। मंत्रालय द्वारा जारी फुटेज में ग्रेटा थनबर्ग को नाव के डेक पर दिखाया गया है, जहां एक इसराइली सैनिक उन्हें पानी और जैकेट सौंपता नजर आ रहा है। लाइवस्ट्रीम के अनुसार, कुल 44 नावों में से सभी को खाली नहीं कराया गया है। यह घटना ग़ज़ा के तट से 70 नॉटिकल मील दूर अंतरराष्ट्रीय जल क्षेत्र में हुई। फ्लोटिला का इरादा गुरुवार सुबह ग़ज़ा पहुंचने का था।
इसराइली नेवी ने नाव को टक्कर मारी, पानी की बौछारें कीं
ग्लोबल सुमुद फ्लोटिला ने इस कार्रवाई को अवैध करार देते हुए इसे "निराशाजनक कार्य" बताया है। संगठन ने आरोप लगाया कि एक नाव को जानबूझकर टक्कर मार दी गई, जबकि अल्मा, सूरियस और अदारा जैसी कई नावों पर पानी की बौछारें की गईं और उन पर चढ़कर कब्जा कर लिया गया। फ्लोटिला ने दावा किया कि इसराइली सेना ने नावों के संचार उपकरणों को नुकसान पहुंचाया ताकि संकट संकेत और लाइवस्ट्रीम रोके जा सकें। इससे पहले, फ्लोटिला पर ड्रोन हमले हुए थे, जिसमें स्टन ग्रेनेड और खुजली पैदा करने वाला पाउडर गिराया गया, जिससे नावों को नुकसान पहुंचा लेकिन कोई चोट नहीं लगी। इसराइल ने ड्रोन हमले पर टिप्पणी नहीं की, लेकिन कहा कि वह हमास उग्रवादियों के खिलाफ वैध नौसैनिक नाकाबंदी को तोड़ने से रोकने के लिए हर साधन का इस्तेमाल करेगा।इसराइली सरकार ने इस फ्लोटिला को "सेल्फी यॉट" करार दिया है। बीबीसी को दिए इंटरव्यू में थनबर्ग ने इसराइली सरकार को जवाब देते हुए कहा, "मुझे नहीं लगता कि कोई अपनी जान जोखिम में डालेगा सिर्फ प्रचार स्टंट के लिए।" इस घटना के खिलाफ ग्रीस, इटली, ट्यूनिशिया और तुर्की में विरोध प्रदर्शन हुए। लगभग दो वर्षों के युद्ध ने ग़ज़ा को बर्बाद कर दिया है। इसराइली अमानवीयता सारी हदों को पार कर चुकी है। वो दुनिया के किसी भी देश की बात सुनने को तैयार नहीं है।
क्या ऐसा पहले भी हुआ है?
2010 से ग़ज़ा की नाकाबंदी तोड़ने के लिए नावों और काफिलों ने कई बार प्रयास किए हैं।
कुछ प्रमुख उदाहरण निम्नलिखित हैं:
- 2010 - मावी मारमारा घटना: यह सबसे कुख्यात मामला था, जब इसराइली कमांडो ने ग़ज़ा फ्रीडम फ्लोटिला का हिस्सा रही तुर्की की नाव मावी मारमारा पर चढ़ाई की। इस दौरान झड़पें हुईं, और परिणामस्वरूप 10 कार्यकर्ताओं की मौत हो गई, जिसकी दुनियाभर में निंदा हुई और इसराइल-तुर्की संबंधों में तनाव पैदा हुआ।
- इसराइल ने 2013 में इस छापेमारी में "परिचालन गलतियों" के लिए माफी मांगी। दोनों देशों के बीच मुआवजे का सौदा अभी भी बातचीत के दौर में है। इस हमले में शामिल इसराइली सैनिकों और अधिकारियों पर तुर्की में युद्ध अपराधों के लिए अनुपस्थिति में मुकदमा चल रहा है।
- 2011-2018 - छोटे फ्लोटिला रोके गए: इसके बाद कई छोटे फ्लोटिला, जिनमें 2011, 2015 और 2018 में नावें शामिल थीं, को रोका गया। इसराइल ने आमतौर पर इन जहाजों को अशदोद बंदरगाह की ओर मोड़ दिया, कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया और माल जब्त कर लिया। 2018 में, कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया, और कुछ ने बताया कि उन्हें टेसर गन से मारा गया और पीटा गया।
- 2024 - फ्लोटिला प्रयास: कार्यकर्ता समूहों ने फ्लोटिला आयोजित करना जारी रखा, लेकिन इसराइल ने या तो उन्हें विदेशी बंदरगाहों से रवाना होने से रोका या ग़ज़ा के करीब पहुंचने से पहले ही रोक लिया।
- 2025 - कई फ्लोटिला मिशन: इसराइल की नौसैनिक नाकाबंदी को चुनौती देने के लिए कई फ्लोटिला मिशन शुरू किए गए। ऐसा ही एक मिशन जून में हुआ, जिसमें सिसिली के कैटानिया से मेडलीन नामक जहाज रवाना हुआ, जिसमें भोजन, चिकित्सा आपूर्ति, बेबी फॉर्मूला और अन्य आवश्यक सामान था। इस पर ग्रेटा थनबर्ग सहित कार्यकर्ता भी सवार थे।
- 9 जून की सुबह, इसराइली नौसैनिक बलों ने अंतरराष्ट्रीय जल में मेडलीन को रोका और चढ़ाई की, जिसमें एक रासायनिक जलन पैदा करने वाला स्प्रे इस्तेमाल किया गया, और फिर जहाज को जब्त कर लिया, जिसमें सवार 12 लोगों को हिरासत में लिया गया। कार्यकर्ताओं को इसराइल में प्रक्रिया के बाद बाहर कर दिया गया।
बहरहाल, आज की ताजा घटना मध्य पूर्व में चल रहे तनाव को और उजागर कर रही है, जहां ग़ज़ा में मानवीय संकट गहराता जा रहा है। इसराइली सेना ने वीडियो जारी कर अपनी कार्रवाई को जायज ठहराया है, जबकि कार्यकर्ता इसे अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बता रहे हैं।