इसराइल और ईरान के बीच हमलों में कोई कमी नहीं आई है। पश्चिमी मीडिया की खबरों पर अगर विश्वास करें तो ईरान बर्बादी के अगर पर है। इसराइली मीडिया बता रहा है कि उसके शहरों पर मिसाइलें बरस रही हैं।
तेहरान पर इसराइली वायुसेना का हमला
इसराइली मीडिया के मुताबिक ईरान से छोड़ी गई मिसाइलों की बौछार के कारण मंगलवार रात मध्य और उत्तरी इसराइल में सायरन बजने लगे। गिरने और छर्रे लगने की रिपोर्ट के बाद, मैगन डेविड एडोम की टीमों ने देश भर में पाँच स्थानों पर तलाशी ली, जहाँ से रिपोर्ट मिली थी। उत्तरी और मध्य इसराइल में आवासीय भवनों पर छर्रे लगने के कारण कई बार आग लग गई है। किसी के हताहत होने या घायल होने की सूचना अभी नहीं मिली है।MDA उन लोगों की मदद कर रहा है, जो संरक्षित क्षेत्रों में जाने के दौरान घायल हो गए थे।
टाइम्स ऑफ इसराइल के मुताबिक रात भर मिसाइलें गिराने के दौरान ही सेंट्रल इसराइल और वेस्ट बैंक की ओर बढ़ती हुई अनगिनत मिसाइलों को इसराइल डिफेंस फोर्सेज ने रोक दिया। दोनों बैराजों पर, अनुमानित 30 मिसाइलें दागने की सूचना है। घायलों या हताहतों की निश्चित संख्या के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता। अधिकांश लोग बंकरों या अन्य शेल्टर में रात बिता रहे हैं।
तेहरान पर फिर हमले
आईडीएफ ने तेहरान पर नए सिरे से हमले शुरू कर दिए हैं। आईडीएफ ने तेहरान के निवासियों के लिए शहर छोड़ने की नई चेतावनी जारी की। जिसमें कहा गया कि वह मेहराबाद हवाई अड्डे के पास 18वें जिले में हमले शुरू करेगा। सेना ने बाद में घोषणा की कि उसने क्षेत्र में हमले शुरू कर दिए हैं।
नेतन्याहू ने कैबिनेट बैठक बुलाई, यूएस के संदेश का इंतजार
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बुधवार देर रात 10 बजे यरुशलम में अपनी सुरक्षा कैबिनेट की बैठक बुलाई है। कई मंत्रियों ने इस बैठक की पुष्टि की है। यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब इसराइल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के इस निर्णय का इंतजार कर रहा है कि क्या अमेरिका ईरान के परमाणु कार्यक्रम के खिलाफ अभियान में शामिल होगा।
मिसाइल फैक्ट्री पर हमला
ईरान से आर रही खबरों में कहा गया है कि IDF तेहरान के पास होजिर में स्थित एक मिसाइल निर्माण सुविधा को निशाना बना रहा है। रिपोर्टों के अनुसार, IDF ने पिछले अक्टूबर में भी होजिर में स्थित सुविधा पर बमबारी की थी। बुधवार की सुबह, ईरानी मीडिया ने यह भी बताया कि इसराइल ने पूर्वी तेहरान में इमाम हुसैन यूनिवर्सिटी पर हमला किया। इसराइल इस यूनिवर्सिटी को आईआरजीसी से जोड़कर देखता है।
अमेरिका पर नजर
ईरान की नजर अमेरिकी गतिविधियों पर है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प जहां एक तरफ ईरान से बातचीत के लिए अपने अधिकारियों को इसी हफ्ते तेहरान भेजने वाले हैं, दूसरी तरफ वो ईरान से सरेंडर करने को कह रहे हैं। इसराइली मीडिया ने बुधवार को खबर दी है कि अमेरिका इसराइल के साथ मिलकर ईरान पर हमले की योजना बना रहा है। जबकि न्यूयॉर्क टाइम्स ने खबर दी है कि अगर अमेरिका इसराइल के साथ मिलकर ईरान पर हमले करता है तो ईरान मिडिल ईस्ट में मौजूद अमेरिकी ठिकानों पर हमले करेगा।
खुफिया रिपोर्टों की समीक्षा करने वाले अमेरिकी अधिकारियों ने मंगलवार को न्यूयॉर्क टाइम्स को बताया था कि अगर अमेरिका इसराइल के साथ युद्ध में शामिल होता है तो ईरान मध्य पूर्व में अमेरिकी ठिकानों पर हमला करने की तैयारी कर रहा है। ऑपरेशन राइजिंग लॉयन शुरू होने के बाद से, यूएई, जॉर्डन और सऊदी अरब सहित पूरे क्षेत्र में ठिकानों पर 40,000 से अधिक अमेरिकी सैनिकों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
अमेरिकी अधिकारियों के बीच व्यापक युद्ध की आशंका बढ़ रही है क्योंकि इसराइल व्हाइट हाउस पर ईरान के साथ अपने संघर्ष में हस्तक्षेप करने का दबाव बना रहा है। अधिकारियों ने टाइम्स को बताया, "अगर अमेरिका इसराइल के अभियान में शामिल होता है और फोर्डो, एक प्रमुख ईरानी परमाणु सुविधा पर हमला करता है, तो ईरान समर्थित हूथी मिलिशिया लगभग निश्चित रूप से लाल सागर में जहाजों पर हमला करना शुरू कर देगा।"
उधर, ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह खामेनेई ने अंग्रेजी, फारसी और हिब्रू में बुधवार को कई ट्वीट किए हैं। जिसमें कहा गया है कि जंग अब शुरू होगी। कोई दया नहीं दिखाई जाएगी। उन्होंने लिखा है कि अली खैबर में अपनी जुल्फिकार के साथ आ गए हैं। इसका गूढ़ अर्थ है। जिसका मतलब है कि खैबर में जैसा युद्ध पैगंबर और उनके दामाद अली ने किया था, वैसा ही युद्ध अब होगा।
यूके दूतावास के स्टाफ का परिवार बुलाया गया
ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि ईरान और इसराइल के बीच जारी गोलीबारी के कारण इसराइल में ब्रिटिश राजनयिक कर्मचारियों के परिवार के सदस्यों को “अस्थायी रूप से वापस बुला लिया गया है”। विदेश मंत्रालय ने कहा कि तेल अवीव में ब्रिटेन के दूतावास और यरुशलम में वाणिज्य दूतावास में काम करने वाले कर्मचारियों के रिश्तेदारों को “एहतियात के तौर पर अस्थायी रूप से वापस बुला लिया गया है”, साथ ही कहा कि मिशन में कर्मचारी बने रहेंगे।