अमेरिकी कंजरवेटिव कार्यकर्ता और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के करीबी सहयोगी चार्ली किर्क की बुधवार को यूटा वैली यूनिवर्सिटी में एक प्रोग्राम के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई। 31 साल के किर्क, टर्निंग पॉइंट यूएसए के सह-संस्थापक और एक प्रभावशाली कंजरवेटिव आवाज थे। जब उन्हें गोली मारी गई तो वो सवालों का जवाब दे रहे थे। इस घटना को यूटा के गवर्नर स्पेंसर कॉक्स ने "राजनीतिक हत्या" करार दिया है। लेकिन चार्ली किर्क की हत्या के बाद उनका इतिहास खंगाला जा रहा है। लोग उनके पुराने बयान याद कर रहे हैं। एक्स पर लोगों ने ग़ज़ा में इसराइली नरसंहार और भूख से होने वाली मौतों पर उनकी टिप्पणियों को फिर से रीट्वीट किया है।

चार्ली किर्क कौन थे?

चार्ली किर्क ने 18 साल की उम्र में 2012 में टर्निंग पॉइंट यूएसए की स्थापना की थी। यह संगठन अमेरिकी कॉलेजों में कंजरवेटिव विचारों को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है। किर्क ने "द चार्ली किर्क शो" के जरिए 50 लाख से अधिक फॉलोअर्स के साथ एक विशाल ऑनलाइन मौजूदगी बनाई थी। वह ट्रम्प के 2016 और 2024 के अभियानों में युवा मतदाताओं को प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए जाने जाते थे। ट्रम्प ने उन्हें "महान" बताते हुए उनकी मौत को "अमेरिका के लिए एक अंधकारमय क्षण" कहा।
किर्क ने गन अधिकार का समर्थन किया। अवैध माइग्रेशन और ट्रम्प की नीतियों का समर्थन करने के लिए कई विवादास्पद बयान दिए थे। 2023 में, उन्होंने कहा था, "हमें कुछ बंदूक से होने वाली मौतों को स्वीकार करना होगा ताकि हम दूसरा संशोधन (बंदूक रखने का अधिकार) बनाए रख सकें। यह एक तर्कसंगत समझौता है।" यह बयान उनकी मौत के बाद फिर से चर्चा में आया, क्योंकि वह बंदूक हिंसा पर चर्चा करते समय गोली का शिकार हुए।
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किर्क की हत्या ने अमेरिका में बंदूक हिंसा और राजनीतिक ध्रुवीकरण पर बहस को और तेज कर दिया है। कुछ कंजरवेटिव नेता बदले की बात कर रहे हैं, जबकि अन्य शांति और संवाद की अपील कर रहे हैं। यूटा वैली विश्वविद्यालय ने रविवार तक अपने कैंपस को बंद कर दिया है, और पुलिस संदिग्ध की तलाश में घर-घर जांच अभियान चला रही है।

किर्क ने बंदूक अधिकारों को न केवल एक नीतिगत पसंद के रूप में देखा, बल्कि अमेरिकी स्वतंत्रता का मूलभूत तत्व माना। उनका तर्क था कि कोई भी प्रतिबंध अन्य नागरिक आज़ादी को कमज़ोर कर देगा।

गन अधिकार के लिए अभियान चलाते समय चार्ली किर्क ने उन उदाहरणों को अपने भाषण में शामिल किया, जहां सशस्त्र नागरिकों ने बड़ा नुकसान रोका। 2022 में एक एक्स पोस्ट में, उन्होंने इंडियाना में एक जिम्मेदार बंदूक मालिक की तारीफ की जिसने एक घटना के दौरान "जानें बचाईं।" उन्होंने कहा कि मुख्यधारा मीडिया अक्सर ऐसी कहानियों को नजरअंदाज कर देता है। किर्क ने एक किताब भी लिखी है, जिसमें गन अधिकारों की बात कही गई है। जब अमेरिका में कहीं सामूहिक गोलीबारी होती थी तो किर्क उसे मानसिक स्वास्थ्य और सांस्कृतिक मुद्दों से जोड़ देते थे।
2022 में उन्होंने कोविड-19 वैक्सीन की आलोचना की। जलवायु परिवर्तन से विरोधी थे। उन्होंने ट्रांसजेंडर समुदाय पर हमलों का एक बार समर्थन किया था। उन्होंने 2020 के चुनाव में जब ट्रंप ने चुनाव धोखाधड़ी के झूठे दावे किए तो चार्ली किर्क ने उनका आंख बंद कर समर्थन किया।

इसराइल के जबरदस्त समर्थक थे 

किर्क खुले तौर पर इसराइल समर्थक थे और अक्सर ऑनलाइन साझा किए गए वीडियो में कॉलेज के छात्रों और अन्य लोगों के साथ ग़ज़ा युद्ध पर बहस करते थे। किर्क के टर्निंग पॉइंट यूएसए ने इसराइल समर्थक संगठनों के साथ संबंध बनाए रखे। अपने सम्मेलनों में नियमित रूप से इसराइल समर्थक वक्ताओं की मेज़बानी की है। किर्क स्वयं इसराइल गए और यहूदी देश के संबंध में ट्रम्प की नीतियों की प्रशंसा की। जिसमें 2018 में अमेरिकी दूतावास को यरुशलम ले जाना भी शामिल था।

ग़ज़ा में भूख से मरते लोगों पर चार्ली किर्क का ट्वीट

इसराइल की अपनी दूसरी यात्रा के दौरान यरुशलम के एक बार में भीड़ से कहा: "मैं बहुत इसराइल समर्थक हूं, मैं एक ईसाई हूं, मैं कंजरवेटिव हूं, मैं ट्रम्प समर्थक हूं, मैं एक रिपब्लिकन हूं, और मैंने जीवन भर इसराइल का बचाव किया है।"

ग़ज़ा में भूख से मरते लोगों पर चार्ली किर्क का यह ट्वीट 17 अक्टूबर 2023 में किया गया था।

क्या हुआ यूटा यूनिवर्सिटी में था

किर्क अपनी "अमेरिकन कमबैक टूर" के हिस्से के रूप में यूटा वैली यूनिवर्सिटी में एक "प्रूव मी रॉन्ग" डिबेट आयोजित कर रहे थे। इस आयोजन में लगभग 3,000 लोग शामिल थे। एक दर्शक ने उनसे सामूहिक गोलीबारी और बंदूक हिंसा के बारे में सवाल पूछा, जिसके जवाब में किर्क ने कहा, "गैंग हिंसा को गिनें या नहीं?" इसके तुरंत बाद एक गोली चली, और किर्क गर्दन में गोली लगने से गिर पड़े। उनकी निजी सुरक्षा ने उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया, जहां उनकी मृत्यु हो गई।
पुलिस का कहना है कि गोली पास के एक इमारत की छत से चलाई गई थी, और हमलावर, जो काले कपड़े पहने था, अभी भी फरार है। दो लोगों को हिरासत में लिया गया था, लेकिन बाद में उन्हें छोड़ दिया गया। इनमें एक मुस्लिम था। दोनों को इसलिए छोड़ना पड़ा कि उनका इस हमले से कोई संबंध नहीं पाया गया। एफबीआई निदेशक काश पटेल ने कहा कि जांच जारी है और जनता से सुराग मांगे गए हैं।

अमेरिका में बढ़ती राजनीतिक हिंसा

यह घटना अमेरिका में बढ़ती राजनीतिक हिंसा की एक और कड़ी है। पिछले साल ट्रम्प पर हुए हत्या के प्रयास, मिनेसोटा में एक डेमोक्रेटिक विधायक और उनके पति की हत्या, और पेनसिल्वेनिया के गवर्नर के घर पर आगजनी की घटनाओं ने देश में तनाव को उजागर किया है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह "हिंसक लोकलुभावनवाद" का युग है, जहां राजनीतिक असहमति हिंसा में बदल रही है।

नेताओं और हस्तियों की प्रतिक्रिया

राष्ट्रपति ट्रम्प ने किर्क की हत्या को "रैडिकल लेफ्ट" की बयानबाजी से जोड़ा और वादा किया कि उनकी सरकार इस हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों को ढूंढेगी। उन्होंने सभी अमेरिकी झंडों को रविवार तक आधा झुका रखने का आदेश दिया। उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने किर्क की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके आयोजन "लेफ्ट और राइट के बीच खुले और ईमानदार संवाद" के लिए एक मंच थे।
डेमोक्रेटिक नेताओं, जैसे कैलिफोर्निया के गवर्नर गैविन न्यूजॉम और पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन, ने भी इस हमले की निंदा की और राजनीतिक हिंसा को समाप्त करने की अपील की। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर और इसराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी किर्क की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया।