अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सीमा तनाव कम करने के मक़सद से तुर्की की मध्यस्थता में इस्तांबुल में हुई शांति वार्ता विफल हो गई है। इससे दोनों पड़ोसी देशों के बीच संबंधों में नया संकट पैदा हो गया है। इस्लामी अमीरात अफगानिस्तान यानी तालिबान सरकार ने पाकिस्तान पर वार्ता में बाधा डालने और जिम्मेदारी से बचने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह युद्ध के लिए तैयार है। तालिबान के प्रवक्ता ज़ाबिहुल्लाह मुजाहिद ने एक बयान में पाकिस्तान की ‘गैर-जिम्मेदाराना और असहयोगी रवैया’ की निंदा की। अफगानिस्तान के कबीले, सीमा एवं कबायली मामलों के मंत्री नूरुल्लाह नूरी ने पाकिस्तानी अधिकारियों को अफगानों की धैर्य की परीक्षा न लेने की चेतावनी दी।