अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सीमा तनाव कम करने के मक़सद से तुर्की की मध्यस्थता में इस्तांबुल में हुई शांति वार्ता विफल हो गई है। इससे दोनों पड़ोसी देशों के बीच संबंधों में नया संकट पैदा हो गया है। इस्लामी अमीरात अफगानिस्तान यानी तालिबान सरकार ने पाकिस्तान पर वार्ता में बाधा डालने और जिम्मेदारी से बचने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह युद्ध के लिए तैयार है। तालिबान के प्रवक्ता ज़ाबिहुल्लाह मुजाहिद ने एक बयान में पाकिस्तान की ‘गैर-जिम्मेदाराना और असहयोगी रवैया’ की निंदा की। अफगानिस्तान के कबीले, सीमा एवं कबायली मामलों के मंत्री नूरुल्लाह नूरी ने पाकिस्तानी अधिकारियों को अफगानों की धैर्य की परीक्षा न लेने की चेतावनी दी।
इस्तांबुल वार्ता फिर विफल होने पर तालिबान ने पाक को चेताया- युद्ध के लिए तैयार
- दुनिया
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- 9 Nov, 2025

इस्तांबुल में शांति वार्ता के एक बार फिर असफल होने के बाद तालिबान ने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी है। संगठन ने कहा कि यदि सीमा पार हस्तक्षेप जारी रहा तो वे युद्ध के लिए तैयार हैं। तो क्या फिर युद्ध शुरू होगा?

अफगानिस्तान पाकिस्तान (फाइल फोटो)
वार्ता का तीसरा दौर 6 और 7 नवंबर को तुर्की और कतर की मध्यस्थता में हुआ, लेकिन पाकिस्तान की ओर से कोई ठोस प्रतिबद्धता न मिलने के कारण यह बेनतीजा रही। तालिबान सरकार ने बयान में कहा कि अफगान प्रतिनिधिमंडल ने यह उम्मीद करते हुए पूरी सद्भावना के साथ वार्ता में भाग लिया था कि पाकिस्तान मुद्दे को ‘गंभीर और रचनात्मक’ ढंग से संबोधित करेगा। हालाँकि, पाकिस्तान ने अपनी सुरक्षा संबंधी सभी जिम्मेदारियाँ अफगान सरकार पर डालने की कोशिश की, जबकि अफगानिस्तान की सुरक्षा या अपनी सुरक्षा के लिए कोई जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं दिखा। तालिबान नेतृत्व के निर्देश पर अफगान प्रतिनिधियों ने ‘मूलभूत समाधान’ की आशा के साथ वार्ता में प्रवेश किया था, लेकिन पाकिस्तान के रवैये ने चर्चाओं को व्यर्थ बना दिया।




















