अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान के हाथ में हुकूमत आने के बाद पाकिस्तान अपनी सुरक्षा के लिए भी परेशान हो गया है। पाकिस्तान ने वहां बनने वाली संभावित सरकार से कहा है कि वह आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) को अपनी ज़मीन का इस्तेमाल न करने दे और उसके ख़िलाफ़ कार्रवाई करे।
पाकिस्तान परेशान, तालिबान के आने से टीटीपी के मज़बूत होने का डर?
- दुनिया
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- 21 Aug, 2021
टीटीपी ने साल 2007 से 2014 तक पाकिस्तान में कहर बरपा दिया था। तब इसने पूरे पाकिस्तान में जमकर हमले किए थे और काफी ख़ून-ख़राबा हुआ था।

पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने इस सवाल के जवाब में कि अफ़ग़ानिस्तान की जेलों से तमाम आतंकी संगठनों के अलावा टीटीपी के लोगों को भी रिहा किया गया है, कहा कि पाकिस्तान ने इसका विरोध किया है। रिहा होने वालों में टीटीपी का नेता मौलवी फक़ीर मोहम्मद भी शामिल है।
पाकिस्तान ने कहा, उसे उम्मीद है कि एक बार अफ़ग़ानिस्तान में नई सरकार कायम हो जाएगी तो वह इस बात को लेकर कड़े क़दम उठाएगी कि उसके मुल्क़ की ज़मीन का इस्तेमाल दूसरे देशों के ख़िलाफ़ न हो।