डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन युद्ध समाप्त करने के लिए अपनी रणनीति में नए सुधार पेश किए हैं। क्या उनकी संशोधित शांति योजना को समर्थन मिलेगा?
ट्रंप ने जेलेंस्की और पुतिन की मीटिंग का रास्ता तैयार किया?
डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन युद्ध को ख़त्म करने की अपनी योजना में सुधार का दावा करते हुए अपने विशेष दूत स्टीव विटकॉफ को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलने के लिए मॉस्को भेजने की घोषणा की है। इसके साथ ही उन्होंने सेना सचिव डैन ड्रिस्कॉल को यूक्रेनी अधिकारियों से बातचीत के लिए निर्देश दिए। यह ख़बर तब आई है जब मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि यूक्रेन ने मंगलवार को युद्ध ख़त्म करने वाली योजना में ताज़ा सुधार के बाद कुछ फेर बदल करने पर समझौते के लिए सहमति जताई है।
बहरहाल, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि यह योजना रूस के हितों को अधिक झुकाव देने वाली है, लेकिन यूक्रेन और यूरोपीय नेताओं के दबाव के बाद इसमें संशोधन किया गया है। उन्होंने पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की के साथ अपनी संभावित मुलाकात को भी लंबित रखा है, जब तक कि बातचीत में उल्लेखनीय प्रगति न हो।
ट्रंप ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, 'यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने की हमारी योजना को सुधार दिया गया है। विशेष दूत स्टीव विटकॉफ पुतिन से मॉस्को में मिलेंगे, और इसी समय सेना सचिव डैन ड्रिस्कॉल यूक्रेनियों से मिलेंगे। उपराष्ट्रपति जे.डी. वैंस, विदेश मंत्री मार्को रुबियो, युद्ध मंत्री पीट हेगसेथ और व्हाइट हाउस चीफ ऑफ स्टाफ सुजी वाइल्स के साथ मैं सभी प्रगति पर ब्रिफिंग लूंगा।' उन्होंने जोड़ा, 'मैं ज़ेलेंस्की और पुतिन से जल्द मिलने की उम्मीद करता हूं, लेकिन केवल तभी जब यह सौदा अंतिम रूप ले ले या उसके अंतिम चरण में पहुंच जाए।'
अबू धाबी में चल रही है गुप्त वार्ता
ट्रंप का यह बयान अमेरिकी सेना सचिव डैन ड्रिस्कॉल की सोमवार देर रात से मंगलवार तक चली रूसी अधिकारियों के साथ अबू धाबी में हुई बातचीत के बाद आया। इन चर्चाओं का मकसद उभरती शांति योजना पर सहमति बनाना था। सेना सचिव के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल जेफ टोल्बर्ट ने बयान जारी कर कहा, 'बातचीत अच्छी चल रही है और हम आशावादी बने हुए हैं।'इस बीच रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर रात भर हमले किए, जिसमें कम से कम सात लोग मारे गए। हमलों में शहर की इमारतों और ऊर्जा बुनियादी ढाँचे को निशाना बनाया गया। यूक्रेन ने भी दक्षिणी रूस पर जवाबी हमला किया, जिसमें तीन लोग मारे गए और घरों को नुकसान पहुंचा। अधिकारियों के अनुसार, ये हमले शांति वार्ताओं के बीच हुए, जो स्थिति की जटिलता को दिखाते हैं।
योजना कैसे आई?
ट्रंप की यह योजना पिछले सप्ताह सामने आई थी, जो मूल रूप से रूस के पक्ष में झुकी हुई थी। इसमें यूक्रेन से डोनेट्स्क क्षेत्र का पूरा हस्तांतरण, सेना का आकार कम करना और नाटो में शामिल न होने जैसे बिंदु शामिल थे। इस 28-सूत्री योजना ने यूक्रेन को झकझोर दिया, जिसके बाद ज़ेलेंस्की ने तुरंत अमेरिकी वार्ताकारों से संपर्क किया। रूसी आक्रामकता से चिंतित यूरोपीय नेताओं को योजना बनाने में शामिल नहीं किया गया था, इसलिए उन्होंने अपनी चिंताओं को शामिल करने के लिए दबाव डाला।वीकेंड में जेनेवा में अमेरिका और यूक्रेन के प्रतिनिधियों की मैराथन बैठक के बाद योजना को संशोधित कर 19 बिंदुओं तक सीमित कर दिया गया। ट्रंप ने कहा कि अब केवल कुछ ही मतभेद बाकी हैं और मॉस्को ने कुछ रियायतें मान ली हैं।
उन्होंने गुरुवार का जो डेडलाइन तय किया था, उसे पीछे हटा दिया और कहा, 'मेरा डेडलाइन तब है जब यह ख़त्म हो जाए।'
ज़ेलेंस्की का सकारात्मक संकेत
ज़ेलेंस्की ने सोमवार देर रात कहा कि 'युद्ध समाप्ति के लिए जरूरी कदमों की सूची कामयाब हो सकती है।' उन्होंने ट्रंप के साथ संवेदनशील मुद्दों पर चर्चा करने की योजना बनाई। उनके वरिष्ठ सलाहकार रुस्तेम उमेरोव ने एक्स पर पोस्ट किया कि ज़ेलेंस्की नवंबर में ट्रंप के साथ सौदे को अंतिम रूप देने की उम्मीद कर रहे हैं।
रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने मंगलवार को कहा कि मॉस्को अमेरिकी अधिकारियों के संपर्क में है। उन्होंने कहा, 'हम उम्मीद करते हैं कि वे यूरोपीयों और यूक्रेनियों के साथ समन्वय के बाद एक अंतरिम संस्करण प्रदान करेंगे।' रूस योजना पर सतर्क है और अगस्त में अलास्का शिखर सम्मेलन में ट्रंप-पुतिन समझौतों को आधार मान रहा है।बता दें कि पिछले हफ्ते एक लीक हुई 28-सूत्री योजना ने विवाद खड़ा किया था, जो रूसी मांगों जैसी लग रही थी। अब संशोधित रूप में यह योजना नाटो विस्तार पर रोक, क्षेत्रीय समझौते और सैन्य सीमाओं पर केंद्रित है।
शांति की लंबी राह!
लगभग चार साल पुराने इस युद्ध को ख़त्म करने के लिए ट्रंप का यह प्रयास अहम है, लेकिन चुनौतियां बरकरार हैं। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि यूक्रेन ने योजना के ढाँचे पर सहमति जताई है, लेकिन रूस के मानने में देरी हो सकती है। ट्रंप ने कहा कि वार्ताकारों ने रूस और यूक्रेन दोनों के साथ प्रगति की है।
अभी सभी की नजरें विटकॉफ की मॉस्को यात्रा और ड्रिस्कॉल की यूक्रेन वार्ता पर हैं। यदि सफल रही तो यह ट्रंप की विदेश नीति की पहली बड़ी जीत हो सकती है। लेकिन जारी हमलों से साफ़ है कि शांति की राह अभी लंबी है।