अमेरिका ने इसराइल की रक्षा में एक अरब डॉलर यानी क़रीब 85 अरब रुपये से ज़्यादा ख़र्च कर दिए। वह भी तब जब वह इसराइल के युद्ध में सीधे तौर पर शामिल नहीं था। ईरान-इसराइल के 12 दिनों के युद्ध में इसराइल के एयर डिफ़ेंस सिस्टम पर अमेरिका ने THAAD यानी टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस सिस्टम के इंटरसेप्टर मिसाइलों का इतना उपयोग कर लिया जितना अमेरिका साल भर में बना भी नहीं पाता है। 'मिलिट्री वाच' मैगज़ीन की रिपोर्ट के अनुसार युद्ध के दौरान THAAD सिस्टम पर ही एक अरब डॉलर से ज़्यादा ख़र्च कर दिए। अब अमेरिका के लिए ऐसा ही एक और युद्ध झेलना मुश्किल हो सकता है! तो सवाल है कि क्या इसका सिस्टम इतना कम पड़ गया? या फिर इसकी कुछ और वजहें हैं?