विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ की प्रमुख वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने कहा है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि शुरुआती सबूतों से यह निष्कर्ष निकालना 'मूर्खतापूर्ण' होगा कि ओमिक्रॉन पिछले वाले की तुलना में कमजोर वैरिएंट है।
शुरुआती सबूतों से ओमिक्रॉन को हल्का मान लेना मूर्खतापूर्ण: डब्ल्यूएचओ
- दुनिया
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- 21 Dec, 2021
ओमिक्रॉन को लेकर जिस तरह से शुरुआत में कहा गया कि इसके हल्के लक्षण दिख रहे हैं उसको लेकर अब विश्व स्वास्थ्य संगठन की प्रमुख वैज्ञानिक ने चेताया है। जानिए, इसने क्या कहा।

स्वामीनाथन की यह चेतावनी इसलिए अहम है क्योंकि अब तक आम तौर पर यह मानकर चला जा रहा है कि नया वैरिएंट उतना घातक नहीं है। दक्षिण अफ्रीका में कोरोना रोगियों का इलाज करने वाले डॉक्टरों ने ही कहा था कि ओमिक्रॉन में सूखी खांसी, बुखार और रात को पसीना आना जैसे हल्के लक्षण दिखते हैं। हालाँकि, शुरू से ही विशेषज्ञ ठोस नतीजे आने तक कोई भी पक्का निष्कर्ष निकालने के प्रति चेता रहे हैं।