कोरोना महामारी की व्यथा कविता से व्यक्त की तो कवयित्री की मुश्किलें बढ़ीं। कविता में राजा को बताया गया नंगा और पत्थर जैसा। देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास की रिपोर्ट -
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा - यूपी के छोटे शहरों और गांवों में ‘राम भरोसे’ हैं स्वास्थ्य सेवाएं। योगी सरकार के दावे एकदम उलट हैं। तो क्या है ‘योगी मॉडल’ की सच्चाई ? देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास का विश्लेषण -
समाज में इतना ज़हर कैसे? मुसलिम महिलाओं की सोशल मीडिया पर लगी ‘बोली’। देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास की रिपोर्ट -
योगी जी, नदियों को श्मशान बनाने के लिए कौन ज़िम्मेदार? देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास का विश्लेषण-
वैक्सीन नीति फेल होने के बाद झूठी तसल्ली देने में जुटी है मोदी सरकार? और क्यों बढ़ाई गई कोविशील्ड की दो डोज़ के बीच की अवधि? देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास का विश्लेषण-
कैमरा पसंद पीएम महामारी की फोटो पर पर्दा क्यों डाल रहे? देश की ऐसी दुर्दशा में क्या-क्या छुपाओगे? देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास की रिपोर्ट -
मदद करने वालों को क्यों पसंद नहीं करती मोदी सरकार? ‘बर्बादी’ के पाद ‘पॉजिटिविटी की घुट्टी’ देंगे मोदी? देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास की रिपोर्ट -
क्या पप्पू यादव को नीतीश कुमार की विफलता उजागर करने की वजह से किया गया गिरफ्तार? देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास की रिपोर्ट -
क्या चीन ने ही जैविक हथियार के रूप में पैदा किया कोरोना? तीसरे विश्व युद्ध का चीनी हथियार है कोरोना वायरस? द ऑस्ट्रेलियन अखबार ने किया है विस्फोटक दावा। देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास की रिपोर्ट-
मार्च के शुरुआत में ही वैज्ञानिकों द्वारा दी गई चेतावनी की मोदी सरकार ने उपेक्षा क्यों कर दी? देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास का विश्लेषण-
महामारी में भी पैसे कमाने की होड़, इतने क्रूर हो चुके हैं लोग? देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास का विश्लेषण। Satya Hindi
ऑक्सीजन संकट : केवल 200 करोड़ ही बचा सकते थे हज़ारों मरीजों की जान? देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास का विश्लेषण-
ऑक्सीजन, बेडों की कमी, श्मशान घाट के मंजर की आलोचना नहीं पचा पा रही मोदी सरकार? देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास का तेज तर्रार विश्लेषण। Satya Hindi
एक देश चुनाव, एक देश एक टैक्स तो फिर पूरे देश के लिए एक वैक्सीन की कीमत क्यों नहीं? भारत में बनाई वैक्सीन भारत को ही सबसे महंगी ? देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास का विश्लेषण। Satya Hindi
सुप्रीम कोर्ट: क्यों उठ रहे हैं ऐसे सवाल? हाईकोर्ट सक्रिय हैं लेकिन सुप्रीम कोर्ट सुस्त क्यों? देखिए न्यायपालिका की मौजूदा स्थिति पर सटीक विश्लेषण। वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास के साथ. Satya Hindi
क्या कोरोना महामारी से देश में बनी भयावह स्थिति के कारण पीएम मोदी की लोकप्रियता घट गई है? देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास की रिपोर्ट -
सरकार की नई वैक्सीन नीति से टीकाकरण होगा मुश्किल? वैक्सीन तक आम लोगों की पहुँच मुश्किल होगी? देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास की रिपोर्ट-
ऑक्सीजन को लेकर शुरू से ही लापरवाह क्यों रही मोदी सरकार? ऑक्सीजन प्लांट के टेंडर के लिए 8 महीने क्यों लगा दिए? देखिए सत्य हिंदी के लिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास की रिपोर्ट -
सरकार ने पिछले साल कोरोना पर विजय घोषित कर लोगों को क्यों छला? न बेड्स, ने वेंटिलेटर्स, न ऑक्सीजन, चारों तरफ जलती चिताएं, क्या यही है निर्णायक मोदी सरकार? देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास की रिपोर्ट।
पीएम की अपील के बाद भी कुंभ समाप्त नहीं होगा? लोगों ने क्यों कहा कि मोदी जी प्रतीकात्मक चुनावी रैली भी कर लीजिए? देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास की रिपोर्ट।
कोरोना के भयंकर प्रकोप के बीच कुंभ में लाखों लोगों के जुटने पर भी शोर क्यों नहीं ? क्या एक धर्म विशेष ही फैलाता है कोरोना ? देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास की रिपोर्ट-
कोरोना की दूसरी लहर से सरकार कैसे निपटेगी? क्या सरकार का कोरोना के लिए बनाया गया मॉडल फेल हो चुकी है? देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास की रिपोर्ट -
नॉर्वे की प्रधानमंत्री ने कोरोना नियमों के उल्लंघन के लिए माफी मांगी और जुर्माना भी देना पड़ा लेकिन अगर ऐसा भारत में होता तो? देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास की रिपोर्ट-
तीरथ सिंह रावत महिलाओं को उनके कपड़ों से क्यों आँकते हैं? क्या बीजेपी में है कपड़ों से पहचानने की रिवायत? देखिए उत्तराखंड के सीएम तीरथ सिंह रावत की मानसिकता की महिलाओं ने कैसे की सिलाई? वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास की रिपोर्ट। Satya Hindi
शरद पवार क्यों बना रहे हैं थर्ड फ्रंट? कांग्रेस के साथ रहकर कांग्रेस को क्यों चुनौती दे रहे हैं शरद पवार? देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास की रिपोर्ट.
विधायक बनने के लिए सांसद का पद क्यों छोड़ रहे हैं स्वपनदास गुप्ता? बीजेपी अपने सांसदों और केन्द्रीय मंत्री को विधानसभा चुनाव में उतारने को मजबूर क्यों? देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास की रिपोर्ट।