क्या आरएसएस डॉ. अंबेडकर की विचारधारा को फिर से गढ़ने की कोशिश कर रही है? हिंदुत्व और अंबेडकरवादी सोच के बीच टकराव के बीच अचानक आया संघ का बदला हुआ रुख किस ओर इशारा करता है? समझिए आशुतोष की बात में।