उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अचानक और रहस्यमय इस्तीफे के बाद खाली हुए उपराष्ट्रपति पद के लिए 9 सितंबर को होने वाले चुनाव में एनडीए ने तमिलनाडु के दिग्गज बीजेपी नेता और पूर्व राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन को अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं, इंडिया गठबंधन ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस बी. सुदर्शन रेड्डी को मैदान में उतारा है। जस्टिस रेड्डी, जो आंध्र प्रदेश के एक किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं, ने अपने करियर में आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट, गुवाहाटी हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इंडिया गठबंधन उन्हें प्रगतिशील और सामाजिक न्याय के प्रति समर्पित व्यक्तित्व के रूप में पेश कर रहा है।
जस्टिस सुदर्शन रेड्डी पर नहीं, न्यायपालिका पर हमलावर हैं अमित शाह!
- विश्लेषण
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- 25 Aug, 2025

अमित शाह और जस्टिस सुदर्शन रेड्डी
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के हालिया बयान ने न्यायपालिका और जस्टिस सुदर्शन रेड्डी को लेकर नई बहस छेड़ दी है। शाह का हमला क्या न्यायपालिका की स्वतंत्रता पर हमला है?
चुनावी माहौल में शालीनता की उम्मीद थी, लेकिन गृहमंत्री अमित शाह के एक बयान ने विवाद को जन्म दे दिया। शाह ने छत्तीसगढ़ के सलवा जुडूम अभियान को 2011 में असंवैधानिक घोषित करने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले की आलोचना करते हुए जस्टिस रेड्डी पर निशाना साधा। मलयाला मनोरमा न्यूज कॉन्क्लेव में शाह ने कहा कि जस्टिस रेड्डी का यह फैसला नक्सलवाद को बढ़ावा देने वाला था और अगर यह फैसला न आया होता, तो 2020 तक नक्सलवाद खत्म हो गया होता। इस बयान ने न केवल जस्टिस रेड्डी को निशाने पर लिया, बल्कि सुप्रीम कोर्ट की स्वतंत्रता पर भी सवाल उठाए, जिसके बाद 18 पूर्व जजों ने इसकी सार्वजनिक निंदा की।