असम विधानसभा चुनाव की आहट के साथ सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का खेल शुरू हो गया है। दस साल से सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने एक एआई-जनरेटेड वीडियो जारी किया है जिससे माहौल गरमा गया है। इस वीडियो में दावा किया गया है कि बीजेपी की सरकार न रही तो असम में मुस्लिमों की आबादी 90 फ़ीसदी हो जाएगी। लोकसभा में विपक्ष के उपनेता और असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गौरव गोगोई को "पाकिस्तानी गुर्गा" बताया गया है। तमाम सवालों से घिरी मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा की सरकार ने बचाव का यही रास्ता लिया है। समाज नदियों और हवाओं के प्रदूषण पर चिंता जताता है, लेकिन दिमाग को जहरीला बनाने वाले इस अभियान का क्या नतीजा निकलेगा, समझना मुश्किल हीं है।