कॉन्स्टिट्यूशन क्लब के चुनाव में राजीव प्रताप रूडी की जीत क्या बीजेपी के लिए बड़ा झटका है? क्या संजीव बालियान अमित शाह की टीम के उम्मीदवार थे और राजीव प्रताप की जीत कांग्रेस और इंडिया गठबंधन की जीत के तौर पर है? क्या यह बीजेपी में अंदरुनी क़लह को दिखाता है? जिस कॉन्स्टिट्यूशन क्लब का चुनाव शायद ही पहले कभी इतनी सुर्खियों में रहा हो, उसमें आख़िर अमित शाह, सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे जैसे नेता वोट डालने क्यों गए? क्या इस चुनाव में बहुत कुछ दाँव पर था?