कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता शशि थरूर और सलमान खुर्शीद के बयानों ने हाल के दिनों में भारतीय राजनीति में एक नया तूफ़ान खड़ा कर दिया है। दोनों नेताओं ने राष्ट्रीय हित और अनुच्छेद 370 जैसे मुद्दों पर पार्टी लाइन से हटकर बयान दिए, जिससे पार्टी के भीतर और बाहर तीखी प्रतिक्रियाएँ हुईं। शशि थरूर ने हाल ही में कहा, 'जो लोग राष्ट्रीय हित में काम करने को पार्टी-विरोधी गतिविधि समझते हैं, उन्हें खुद से सवाल करना चाहिए।' वहीं, सलमान खुर्शीद ने अनुच्छेद 370 के रद्द किए जाने को जम्मू-कश्मीर के लिए सकारात्मक क़दम बताया। आखिर क्यों कांग्रेस के ये दिग्गज नेता अपनी पार्टी की आधिकारिक लाइन से अलग हटकर बोल रहे हैं? उनके बयानों के पीछे क्या कारण हैं, और यह पार्टी की एकता और रणनीति पर क्या प्रभाव डाल सकता है?