किसान तनाव में क्यों हैं। इसे समझना है तो किसान क्रेडिट कार्ड के खराब लोन के आंकड़ों का विश्लेषण कीजिये। सब समझ में आ जायेगा। क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) को छोड़कर अन्य अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों में पिछले चार साल में किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) खातों में बैड लोन (एनपीए) में 42% की तेज वृद्धि देखी गई है। केसीसी किसानों को दी जाने वाली एक रिवॉल्विंग नकद ऋण सुविधा है। किसान की आमदनी नहीं बढ़ने के कारण वे इसे चुकाने में नाकाम रहते हैं।
किसान क्रेडिट कार्ड का बैड लोन चार वर्षों में 42% क्यों बढ़ा?
- विश्लेषण
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- 29 Mar, 2025
किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) के खराब ऋणों में चार वर्षों में 42% की वृद्धि हुई, जो दिसंबर 2024 तक 97,543 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। खेती पर इसके प्रभाव के बारे में विस्तार से जानियेः
