किसी देश की बड़ी आबादी बेशक उसके लिए ताक़त या वरदान मानी जाती है, लेकिन उस आबादी का अगर सदुपयोग न हो तो वह अभिशाप साबित होती है। इस समय तेज़ी से बढती हुई जनसंख्या सिर्फ भारत के लिए ही नहीं, बल्कि दुनिया के कई देशों के लिए चिंता का सबब बनी हुई है।
सरकार की नाकामियों पर पर्दा डालने के लिए जनसंख्या नियंत्रण का बेसुरा राग
- विश्लेषण
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- 12 Jul, 2021

पिछले कुछ समय से देश में जनसंख्या नियंत्रण का मुद्दा अलग-अलग स्तर पर चर्चा का विषय बना हुआ है और इस संबंध में क़ानून बनाने की माँग भी हो रही है।
जिस गति से जनसंख्या बढ रही है, उसके लिए जीवन की बुनियादी सुविधाएँ और संसाधन जुटाना तथा उसके लिए रोजगार के अवसर पैदा करना सरकारों के लिए चुनौती साबित हो रहा है।
भारत के संदर्भ में तो अलग-अलग माध्यमों से अक्सर इस आशय की रिपोर्ट आती रहती है, जिनमें बताया जाता है कि आबादी के मामले में भारत जल्द ही चीन को पीछे छोड़ कर दुनिया का सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश बन जाएगा।